कीव। यूक्रेन पिछले एक महीने से रूसी आक्रमण का सामना(Russia Ukraine War) कर रहा है। रूस के हमले(Russian Attack) में अभी तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इस हमले के बाद से ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) तमाम देशों से मदद की गुहार लगा रहे हैं। जेलेंस्की मांग कर रहे हैं कि यूक्रेन को नो फ्लाइ जोन (Ukraine no fly zone) घोषित किया जाए, जिससे रूसी एयरक्राफ्ट यूक्रेन को निशाना ना बना सके लेकिन फिलहाल उनकी इस अपील को स्वीकार नहीं किया गया है। इस बीच एक बार फिर से जेलेंस्की ने नाटो (NATO) पर अपनी भड़ास निकाली है और कहा है कि वह रूस से डरता है।
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नाटो को अब यह खुलकर कहना चाहिए कि वह यूक्रेन को या तो नाटो में स्वीकार करता है या फिर नहीं स्वीकार नहीं कर सकता है क्योंकि वह रूस से डरता है। सत्य यही है कि नाटो रूस से डरता है। जेलेंस्की ने कहा कि नाटो को इस बात को स्वीकार करते हुए कहना चाहिए कि नाटो सदस्य देश यूक्रेन के बिना नाटो का सदस्य हुए भी सुरक्षा की गारंटी मुहैया करा सकते हैं और यहीं पर समझौता काम कर सकता है और यह युद्ध रूक सकता है। बता दें कि विशेषज्ञों का मानना है कि रूस के आक्रामक रूख की बड़ी वजह यही है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होना चाहता है। इसी के चलते व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन का आदेश दिया, क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि नाटो की सेना रूस की सीमा पर आकर खड़ी हो जाए। हालांकि कुछ दिन पहले जेलेंस्की ने कहा कि था कि उनका देश नाटो का सदस्य नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि मैं इस बात को पहले ही समझ चुका हूं कि नाटो हमे स्वीकार नहीं करना चाहता है, नाटो विवादित चीजों से डरता है और रूस से टकराव नहीं चाहता है।