न्यूयार्क। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अब चरम पर पहुंच चुका है। अमेरिका ने तो आशंका जता दी है युद्ध कभी भी छिड़ सकता है। बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के विदेश मामलों के मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने मंगलवार ने कहा कि दुनिया के सामने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह सबसे बड़ा सुरक्षा संकट है।
यूएन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम वर्तमान में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे बड़े सुरक्षा संकट के बीच में हैं। यह संकट बनाया गया था और इसे एक तरफ से रूसी संघ द्वारा एकतरफा बढ़ाया जा रहा है। यूक्रेन पर रूस के आरोप बेतुके हैं। कुलेबा ने दुनिया को अतीत की गलतियों को न दोहराने की चेतावनी दी।
आगे अपने संबोधन में कहा कि मैं मुक्त विश्व की शक्ति और यूरोप में एक नई विनाशकारी तबाही को टालने की हमारी संयुक्त क्षमता में विश्वास करता हूं। चार करोड़ यूक्रेनियन केवल शांति और एकजुटता से रहना चाहते हैं। यूक्रेन के मंत्री ने यह भी दोहराया कि यूक्रेन ने कभी किसी को न धमकी दी और न किसी पर कोई हमला किया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने कभी योजना नहीं बनाई है और न ही डोनबास में किसी भी सैन्य हमले की योजना बनाई है।
उन्होंने यूएनजीए से रूस को रोकने का आग्रह करते हुए कहा कि हमें रूस को रोकने के लिए इस आखिरी मौके का उपयोग करने की आवश्यकता है, जहां यह है। यह स्पष्ट है कि राष्ट्रपति पुतिन खुद नहीं रुकेंगे। यूक्रेन में बड़े पैमाने पर युद्ध की शुरुआत होगी विश्व व्यवस्था का अंत जैसा कि हम जानते हैं।
इस बीच, यूक्रेन के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के अलावा सभी यूक्रेनी क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति शुरू कर दी है। अधिकारी ने कहा कि आपातकाल की स्थिति 30 दिनों तक चलेगी और इसे और 30 दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है। इससे पहले दिन में, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से वार्ता की मेज पर बैठने का आग्रह किया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved