नई दिल्ली। रूस की प्राइवेट सेना वैगनर द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर विद्रोही रुख अपनाए जाने कुछ दिन बाद यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि युद्धग्रस्त देश ने वैगनर के कम से कम 21 हजार भाड़े के सैनिकों को मार गिराया है और 80 हजार सैनिक घायल हुए हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, एक स्पेनिश मीडिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए जेलेंस्की ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में प्राइवेट आर्मी को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि वैगनर में शामिल ज्यादातर भाड़े के सैनिक आपराधिक गतिविधियों में शामिल रह चुके हैं और उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि वे रूस द्वारा प्रेरित कर्मचारी थे।
जेलेंस्की ने कहा कि वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के विद्रोह ने युद्ध के मैदान में रूसी शक्ति को बहुत प्रभावित किया है जो यूक्रेन के जवाबी हमले के लिए फायदेमंद हो सकता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को दुश्मन को अपनी जमीन से बाहर निकालकर फेंकने के लिए इस स्थिति का फायदा उठाना चाहिए।
जब जेलेंस्की से पूछा गया कि क्या उन्हें दोनों देशों के बीच जारी गतिरोध में अपनी जान का डर है, तो उन्होंने कहा कि ये स्थिति पुतिन के लिए ज्यादा खतरनाक है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ रूस में ही है कि वे मुझे मारना चाहते हैं, जबकि पूरी दुनिया उन्हें मारना चाहती है।
29 जून को वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह शुरू कर दिया था और दावा किया कि वह अपने समूह को बचाना चाहते थे। हालांकि, 24 घंटे के अंदर ही सेना ने वापस लौटने का फैसला किया था। जब वैगनर के लड़ाके मॉस्को से सिर्फ 200 किमी की दूरी पर थे तो प्रिगोझिन ने सैनिकों को वापस लौटने का निर्देश दिया था। इसके बाद पुतिन ने सेनानियों को तीन विकल्प दिए थे। इन तीन विकल्पों में कहा गया था कि वह रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें, अपने आम जीवन में वापस लौट जाएं या बेलारूस में निर्वासन में चले जाएं।
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