नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच अंदरूनी हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन की सेना ने गुरुवार को पूर्वी यूक्रेन में रूसी समर्थित बलों पर लुहान्स्क क्षेत्र (Luhansk region) के एक गांव में गोले दागने का आरोप लगाया है। यूक्रेन की ओर से आरोप लगाया गया कि गुरुवार को रूस समर्थित विद्रोहियों ने पूर्वी यूक्रेन में युद्धविराम रेखा (ceasefire line) के पार गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि गोलीबारी ऐसे समय में की गई, जब पश्चिमी देशों ने किसी भी दिन रूसी आक्रमण की संभावना (possibility of attack) की चेतावनी दी थी। हालांकि गोलीबारी की पुष्टि नहीं की गई है।
जानकारी के मुताबिक हमले में एक किंडरगार्टन (Kindergarten) को निशाना बनाया गया। यूक्रेनी सेना ने कहा कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। यूक्रेन की ओर से युद्ध की संभावना पर चिंता जताई गई है और कहा गया है कि 1 लाख से अधिक रूसी सैनिक (Russian soldier) यूक्रेन की सीमा के पास हैं। उधर, मॉस्को ने इस बात से इनकार किया कि वह हमले की योजना बना रहा है। कहा गया है कि इस सप्ताह वह कुछ सैनिकों को वापस बुला रहा है लेकिन पश्चिमी देशों का कहना है कि वे इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं। अलगाववादियों ने सरकारी बलों (government forces) पर पिछले 24 घंटों में चार बार उनके क्षेत्र में गोलीबारी करने का आरोप लगाया, जबकि यूक्रेन ने विद्रोहियों पर गोले दागने का आरोप लगाया।
यूक्रेन की ओर से कहा गया कि विद्रोहियों के कब्जे वाले लुहान्स्क क्षेत्र के कादिवका शहर (Kadivka city) में एक रॉयटर्स फोटोग्राफर (Reuters Photographer) ने लाइन ऑफ कॉन्टैक्ट की ओर गोलीबारी की आवाज सुनी, लेकिन वे तुरंत घटना के डिटेल के संबंध में बताने में सक्षम नहीं थे। दो विद्रोही क्षेत्रों में से एक स्व-घोषित लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक ने कहा कि यूक्रेनी बलों ने गुरुवार को चार अलग-अलग घटनाओं में मोर्टार, ग्रेनेड लांचर और एक मशीन गन का इस्तेमाल किया था। उधर, अलगाववादियों ने एक बयान में कहा, यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने भारी हथियारों का इस्तेमाल करते हुए युद्धविराम का गंभीर उल्लंघन किया है, जिसे मिन्स्क समझौते के अनुसार वापस ले लिया जाना चाहिए। विद्रोहियों का जिक्र करते हुए, यूक्रेन की सेना ने कहा, रूसी कब्जे वाले सैनिकों ने लुहान्स्क क्षेत्र के स्टैनित्सा लुगांस्क गांव पर गोलाबारी की। आतंकवादियों द्वारा भारी तोपखाने के हथियारों का उपयोग किया गया। गोले बालवाड़ी की इमारत पर गिरे।
आपको बता दे की मंगलवार को रूस के रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) ने घोषणा की थी कि सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाली कुछ टुकड़िया अपने ठिकानों पर लौटना शुरू कर देंगी। यह बयान जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज (German Chancellor Olaf Scholz) से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) से मिलने के बाद आया था। जहां उन्होंने कथित तौर पर रूस से मौजूदा तनाव को कम करने के लिए स्पष्ट कदम की मांग की थी। बता दें कि रूस के संसद के निचले सदन ने मंगलवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से दो स्व-घोषित अलगाववादी गणराज्यों को स्वतंत्र (independent republics) के रूप में मान्यता देने के लिए मतदान किया।
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