लंदन। ब्रिटेन (Britain) की पीएम लिज ट्रस (PM Liz Truss) के इस्तीफे के बाद पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Prime Minister Boris Johnson) व प्रधानमंत्री पद के पूर्व दावेदार ऋषि सुनक (Rishi Sunak) समर्थन जुटाने की कोशिश में लग गए हैं। वैसे तो दोनों ही नेताओं ने अभी तक चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है, मगर इनके नाम की चर्चा है। एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक, सुनक को ज्यादा सांसदों का समर्थन हासिल है।
सट्टेबाजी संस्था ऑडचेकर के मुताबिक, 55 प्रतिशत लोग सुनक को पंसद कर रहे हैं, जबकि 29 प्रतिशत पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सत्ता में वापसी की उम्मीद जता रहे हैं। तीसरे स्थान के लिए हाउस ऑफ कामन (संसद के निचले सदन) की नेता पेनी मोर्डोंट का नाम है जो पिछली बार पहले चरण के चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थीं। सुनक 11/10 भाव के साथ सबसे पसंदीदा प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं। वहीं, उसके बाद पेनी मोर्डौंट का भाव 7/2 और बेन वालेस का भाव 8/1 है। एक और कंजर्वेटिव नेता जेरेमी हंट का भाव 9/1 है।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान पार्टी करने और अन्य आरोपों के कारण पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जॉनसन की मानें तो उसकी पार्टी के 140 सांसद उनकी वापसी का समर्थन कर रहे हैं। जॉनसन ने बिना शोर शराबे के अपने लिए समर्थन जुटाना भी शुरू कर दिया है। जॉनसन की सहयोगी एन. डोरिस ने इस बारे में बात की है।
जमीनी नेता हैं मोर्डौंट
प्रधानमंत्री पद की तीसरी दावेदार पेनी मोर्डौंट पार्टी में जमीनी स्तर पर लोकप्रिय हैं। उन्हें व्यापक रूप से एक आम सहमति वाले उम्मीदवार के रूप में देखा जाता है और उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स के नेता के रूप में अपनी वर्तमान भूमिका में सांसदों के साथ काफी अच्छे संबंध भी बनाए हैं। हाल ही में पीएम चुनाव में वह अंतिम दो स्थान की दौड़ से चूक गई थीं।
ऐसे होगा चुनाव
नए नेता के लिए नामांकन सोमवार दोपहर को बंद हो जाएगा और उम्मीदवारी के लिए 357 कंजरवेटिव सांसदों में से 100 के हस्ताक्षर जरूरी हैं, जिसका अर्थ है कि अधिकतम तीन उम्मीदवार होंगे। सांसद उनमें से एक को बाहर करने के लिए मतदान करेंगे। उसके बाद पार्टी के 172,000 सदस्यों को ऑनलाइन मतदान में दो उम्मीदवारों के बीच फैसला करना होगा। नए नेता का चयन 28 अक्तूबर तक किया जाना है।
इस वजह से प्रबल दावेदार बताए जा रहे
पूर्व वित्त मंत्री क्वासी वारटेंग और जेरेमी हंट दोनों पहले ही रेस से खुद को बाहर बता चुके हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के लोगों और कंजर्वेटिव पार्टी के कई सांसदों की सोच है कि सितंबर में सुनक को ही प्रधानमंत्री बनाया जाना था। सुनक पहले ही आगाह कर रहे थे कि लिज जो चुनावी वादे कर रही हैं, वो ब्रिटेन की इकोनॉमी को तबाह कर देंगे। माना जा रहा है कि सुनक समर्थकों के साथ रणनीति में जुटे हैं। क्योंकि, सुनक के पास ट्रस से ज्यादा सांसदों का समर्थन है।
पिछली बार दूसरे स्थान पर रहे थे
प्रधानमंत्री पद की दौड़ में लिज ट्रस के सामने पूर्व वित्त मंत्री सुनक मजबूत दावेदार थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। ट्रस के इस्तीफे के बाद सुनक को प्रधानमंत्री पद का योग्य उम्मीदवार माना जा रहा है। उनकी पार्टी के भीतर ही लोगों का मानना है कि वह अर्थव्यवस्था में स्थिरता ला सकते हैं। ब्रिटेन की डगमाती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। बीते दिनों सुनक ने ट्रस के लघु बजट से आर्थिक संकट का पूर्वानुमान लगाया था।
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