उज्जैन। इंदौर रोड स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन पर भव्य आईटी पार्क का निर्माण जल्द शुरू होने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि पाँच फेस में पूरा होने वाले इस आईटी पार्क में बड़ी कंपनियों के ऑफिस भी होंगे बड़े ऑफिस के लिए 10 हजार स्क्वायर फीट तक जगह उपलब्ध है कराई जाएगी। महाकाल की नगरी उज्जैन में आईटी पार्क बनने जा रहा है। मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन इसे पाँच चरणों में बनाएगा। इसमें कई कंपनियों और स्टार्टअप को जगह दी जाएगी। इस आईटी पार्क की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो गई है। इसके पहल चरण के निर्माण की लागत करीब 67 करोड़ रुपये है। उज्जैन के आईटी पार्क को 2.1 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। इसके लिए इंदौर रोड स्थित इंजीनियरिंग कालेज रोड के तिराहे के कार्नर को चुना गया है।
उज्जैन में बनने वाले इस आईटी पार्क में इंक्यूबेशन सेंटर, रिसर्च सेंटर, आईटी कंपनियों के लिए और स्टार्टअप करने वालों के लिए जगह होगी। उज्जैन एमपीआईडीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश राठौर ने बताया कि उज्जैन के आईटी पार्क के लिए 2.1 हेक्टेयर जमीन इंदौर रोड इंजीनियरिंग कालेज की भूमि पर मिली है। इसकी डीपीआर भी दाखिल कर दी गई है। इस पार्क को पाँच चरणों में बनाया जाएगा। पहले चरण की लागत करीब 67 करोड़ रुपये है। पहले चरण का काम 10 हजार 809 स्केयर फीट जमीन पर किया जाएगा। इसमें सात मंजिला बिल्डिंग तैयार होगी जिसमें करीब 1 लाख वर्ग फीट के करीब स्थान बड़े ऑफिस के लिए मिलेगा, ये काम दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण का काम शुरू होगा, कुल पाँच चरणों में 7 बिल्डिंग आईटी पार्क में तैयार होगी। उन्होंने कहा कि हम इस आईटी पार्क में टेक कंपनियों और स्टार्टअप को सभी तरह की एडवांस सुविधाएं देंगे। यह उज्जैन का अपने आप में पहला पार्क होगा। सरकार का इस बात पर जोर है कि स्थानीय युवाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाए। उज्जैन में बनने जा रहे आईटी पार्क में बिल्डिंग की डिजाइन पर खास जोर दिया जा रहा है, ये बिल्डिंग का निर्माण इस तरह किया जाएगा जिससे बिजली की बचत हो सके, साथ ही नेचरल हवा भी बिल्डिंग के अन्दर मौजूद लोगों को मिल सके। इसी के साथ कम खर्च में सुन्दर भवन तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। एमपीआईडीसी के अधिकारियों ने बताया कि लोगों को यहाँ किराए और लीज पर जगह दी जाएगी। प्रत्येक फ्लोर पर 10 हजार स्केयर फीट स्पेस होगा कम्पनियों की डिमांड के अनुसार उन्हें जगह उपलब्ध करवाई जाएगी। एक बिल्डिंग ग्राउंड फ्लोर सहित 7 माले की है। इस तरह इसमें एक लाख स्क्वेयर फीट स्पेस होगा, यह आईटी पार्क राज्य के तकनीकि शिक्षा विभाग के सहयोग से चलाया जाएगा। इसके लिए एमपीआईडीसी और विभाग के बीच एमओयू साइन किया जाएगा। इस आईटी पार्क का नाम अनंता रखा गया है।
क्यों रखा गया आईटी पार्क का नाम अनंता
अनंत शब्द का मतलब है, जिसका कोई अंत न हो। इसे गणित और दर्शन में एक कांसेप्ट माना जाता है। अनंत शब्द के अन्य अर्थ: असीम, बेहद, आपार, बहुत अधिक, असंख्य, अनेक, अविनाशी, नित्य और अनंता नाम का मतलब अनंत, अनंत, शाश्वत, पृथ्वी होता है। अनंत शब्द संस्कृत से लिया गया है और मुख्य रूप से विष्णु का एक विशेषण है। अनंत चतुर्दशी पर बांधे जाने वाले 14 गाँठ वाले सूत्र को अनंत कहते हैं। यह सूत्र 14 लोकों का प्रतीक माना जाता है, मान्यता है कि जो लोग पूरे चौदह साल तक सभी नियम से पूजा पाठ करके यह सूत्र बांधते हैं, उन पर भगवान विष्णु की कृपा बरसती है।
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