उज्जैन । महाकाल की नगरी उज्जैन (Ujjain the city of Mahakal) में शुक्रवार शाम माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया जब बेगमगंज इलाके में दो समुदायों के बीच पथराव होने लगा। बाइक की टक्कर से शुरू हुए विवाद में जमकर पथराव हुआ और आधा दर्जन लोग घायल हो गए। हालांकि अब स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है। पथराव के बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ सांसद अनिल फिरोजिया ने महाकाल थाना का घेराव किया। अधिकारियों ने लेकिन हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया। शीर्ष अधिकारी खुद मुस्तैद हो गए। पुलिस अब दोषियों की पहचान करने में जुटी है। इसके लिए घटना के वीडियो और आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। इसके जरिये पत्थर फेंकने वालों की पहचान की जा रही है। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
दरअसल, मामला कुछ इस तरह से शुरू हुआ कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए धन संग्रह कार्यक्रम को लेकर उज्जैन में हिंदूवादी संगठनों द्वारा शुक्रवार को निकाली गई रैली में शहर के बेगमबाग इलाके में अचानक पथराव हो गया। पथराव काफी देर तक चलता रहा। इससे शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। एसपी और कलेक्टर ने खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला।
टक्कर से शुरू हुआ विवाद
शुक्रवार शाम करीब 6 बजे माधव सेवा न्यास में बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में राममंदिर निर्माण के लिए धनराशि इकट्ठा करने के मुद्दे पर चर्चा होनी थी। इसी बैठक में शामिल होने के लिए रैली के रूप में हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता बाइक से महाकाल थाना क्षेत्र में माधव सेवा न्यास आ रहे थे। इसी दौरान रैली में शामिल बाइक सवार की बेगमबाग इलाके में किसी व्यक्ति से टक्कर हो गई जिसे लेकर उनमें विवाद और झूमाझटकी हो गई।
बच्चों और महिलाओं ने भी फेंके पत्थर
मामूली विवाद के बाद जमकर पथराव हुआ। छतों से महिलाओं और बच्चों ने भी पत्थर फेंके जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। पथराव में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। वाहनों में भी तोड़फोड़ हुई। एसपी और कलेक्टर सहित शहर के अधिकांश थानों का बल मौके पर पहुंचा, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई। पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लिया है।
देर तक होता रहा पथराव
विवाद होता देख दूसरे पक्ष के लोग भी आ गए और अचानक पथराव शुरू कर दिया। रैली में शामिल लोगों और पुलिसकर्मियों को मारना शुरू कर दिया। रैली आगे बढ़ने के बाद भी लोगों ने छतों से पथराव किया। पत्थर फेंकने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इससे आसपास का माहौल अशांत होने लगा। पथराव के बाद पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई। लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में यहां-वहां भागने लगे। थोड़ी देर बाद ही सड़कों पर गाड़ियां बिखरी पड़ी हुई दिखीं। ट्रैफिक भी अस्त-व्यस्त होने लगा, लेकिन प्रशासन तत्काल मुस्तैद हो गया।
थोड़ी देर बाद सब शांत
स्थिति विस्फोटक हो, इससे पहले ही प्रशासन हरकत में आ गए। आसपास के थानों से भी पुलिसबल को बुलाकर बेगमगंज इलाके में तैनात कर दिया गया। कलेक्टर आशीष सिंह के साथ एसपी ने खुद कानून-व्यवस्था की कमान संभाल ली। उज्जैन एक बड़े हादसे का शिकारहोने से बच गया। थोड़ी देर बाद ही सड़क पर वीरानगी छाई हुई थी। इक्के-दुक्के लोग भी मुश्किल से नजर आ रहे थे।
कलेक्टर ने कहा, सब नियंत्रण में
उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि दो समुदायों के बीच विवाद हुआ था, लेकिन यह स्थानीय था और प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई कर स्थिति पर नियंत्रण कर लिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल शहर में पूरी तरह शांति है। उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के वीडियो फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर दो्षियों की पहचान करेगी। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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