उज्जैन। Ujjain-शनिश्चरी अमावस्या (Saturnachari amavasya) के मौके पर शनिवार को बड़ी संख्या में उज्जैन स्थित पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नान के लिए पहुंचे। यहां त्रिवेणी मुख्य घाट पर फव्वारों से ही स्नान हुआ। घाट पर महिला एवं पुरुषों के स्नान के लिए पृथक-पृथक व्यवस्था की गई थी, साथ ही जो श्रद्धालु स्नान के बिना सीधे दर्शन करना चाहते थे, उनके लिए अलग बेरिकेटिंग की व्यवस्था की गई। जो लोग स्नान के उपरांत दर्शन करना चाहते थे उनके लिए पृथक से व्यवस्था की गई। पहली बार स्थान-स्थान पर अलग-अलग तीन तरह की डस्टबिन रखी गई, जिनमें कपड़े जूते एवं अन्य सामग्री दर्शकों द्वारा छोड़ी गई। कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह निरंतर व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे। एसडीएम जगदीश मेहरा (SDM Jagdish Mehra) एवं तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा ने बताया कि घाटों पर स्नान के लिए पर्याप्त मात्रा में फव्वारे लगाए गए। विभिन्न स्थानों पर साइनेज लगाए गए व एग्जिट गेट एवं अन्य स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था केन के माध्यम से की गई। घाट पर डूबने से बचने के लिए ट्यूब्स लगाई गई। मंदिर परिसर से अनधिकृत व्यक्तियों को बाहर कर दिया गया। श्रद्धालुओं के आगमन के रास्ते पर यह पहली बार हुआ है कि शनि मंदिर पर दर्शनार्थियों के प्रवेश एवं निर्गम के बीच के स्थान के बैरिकेटिंग में मेंटिंग लगाई गई, जिससे गर्मी में दर्शनार्थियों के पांव न जले, साथ ही विभिन्न तीन स्थानों पर एलईडी लगाकर दर्शन की व्यवस्था की गई। कूड़ेदान, जूते व कपड़े छोडऩे के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखी गई। विभिन्न घाटों पर तैराकों को तैनात किया गया, जिससे किसी भी अनहोनी को रोका जा सके।
व्यवस्थाओं से खुश नजर आए श्रद्धालु
इंदौर (Indore) जिले के देपालपुर से परिवार सहित दर्शन करने आए नरेंद्र सिंह कहते हैं कि उन्हें पहली बार यहां पर बहुत ही सुकून से दर्शन हुए। कहीं कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि महिलाएं-पुरुषों के स्नान के लिए अलग-अलग घाटों पर की गई व्यवस्था बहुत ही कारगर सिद्ध हुई है। इस बार अलग-अलग तरह की रखी गई डस्टबिन से भी लोगों को सुविधा हुई। दर्शनार्थियों को अपने कपड़े व जूते दान करने में आसानी हुई और कहीं गंदगी नजर नहीं आई। वे कई बार पहले भी शनिचरी अमावस्या पर आते रहे हैं किंतु इस बार की व्यवस्था निश्चित रूप से बेहतर है।
इसी तरह सोनकच्छ देवास से आई सरोजबाई ने बताया कि इस बार शनिश्चरी अमावस्या पर दर्शनार्थियों के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था रखी गई। यहां पर साफ-सफाई भी बहुत अच्छी नजर आई। पीने के लिये ठण्डा पानी उपलब्ध करवाया गया। प्रतापगढ़ राजस्थान से आये कालूराम ने बताया कि स्नान के लिये घाट पर अच्छी व्यवस्था थी। घाट एकदम नजदीक थे, इसलिये दूर नहीं जाना पड़ा। गरोठ जिला मंदसौर के जीवाजी ने बताया कि घाटों पर बहुत ही अच्छी व्यवस्था की गई है। आने-जाने में किसी को कोई परेशानी नहीं आई।