इंदौर । औद्योगिक क्षेत्रों को सीधे मुख्य मार्ग और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से जोडक़र विकास को नई गति देने की कोशिशें तेज हो गई हैं। पीथमपुर (Pitampur )को उज्जैैन (ujjain) से सीधे जोडऩे के लिए केंद्र की ओर से सर्वे के आदेश एनएचएआई (NHAR) को दे दिए गए हैं और इस पर काम भी शुरू हो गया है। इस नए सरपट फोरलेन के बनने से डेढ़ घंटे का सफर 50 मिनट में तय हो जाएगा। वहीं औद्योगिक नगरी में पहुंचने की राह भी आसान होगी। इसका सर्वाधिक लाभ इंदौर के पश्चिम क्षेत्र को मिलेगा। वहीं एयरपोर्ट से भी इसकी कनेक्टिविटी रहेगी। इस मार्ग से उज्जैन से पीथमपुर का सफर 90 मिनट से घटकर 50 मिनट रह जाएगा।
उज्जैन से पीथमपुर जाने के लिए व्हाया इंदौर होकर गुजरना होता है, जिसमें अरबिंदो से इंदौर शहर से सुपर कॉरिडोर की ओर घूमकर वाहन चालकों को जाना पड़ता है। अब उद्योग नगरी को सीधे पीथमपुर से जोडऩे की योजना के सर्वे का निर्देश केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एनएएचआई को दिया है। प्रारंभिक तौर पर यह फोरलेन मार्ग उज्जैन के चिंतामण, जवासिया से देवास-बदनावर हाईवे होते हुए लिकोरिया, तालोद, मगरखेड़ा, चिराखान, कछालिया, कांकरियापाल, जिंदाखेड़ा, जंबूूडी सरवर, हातोद, रोजड़ी, बोरसी, औरंगपुरा, पिपलिया, झगड़ू होते हुए पीथमपुर पहुंचेगा। प्रारंभिक आकलन में उज्जैन से पीथमपुर के सफर में मात्र 50 मिनट लगेंगे। अभी उज्जैन से इंदौर होकर पीथमपुर जाने में तकरीबन 90 किमी का सफर तय करना पड़ता है, जो इस मार्ग से बनने से 57 किमी ही रह जाएगा।
देवास-बदनावर फोरलेन का भी रहेगा जुड़ाव
दरअसल इस मार्ग के अमल में आने के बाद उज्जैन से पीथमपुर तो सीधे जुड़ेगा ही, यह मार्ग उज्जैन के जवासिया से देवास-बदनावर फोरलेन को भी टच करेगा। यानी इस फोरलेन के अमल में आने पर विकास की नई रफ्तार तैयार होगी। बदनावर से सीधे रतलाम की कनेक्टिविटी रहेगी, जो राजस्थान से पीथमपुर को जोडऩे के लिए एक नया रास्ता भी होगा।
उज्जैन से पीथमपुर के नए फोरलेन को भारत माला परियोजना दो से जोडऩे का प्रयास भी किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। अब एनएचएआई जल्द ही इसकी सर्वे रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा।
शंकर लालवानी सांसद इंदौर
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