भोपाल। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर (World Famous Jyotirlinga Lord Mahakaleshwar Temple) में श्रावण मास में दर्शन (Darshan in the month of Shravan) के लिए व्यवस्था में बदलाव किया गया है। भगवान महाकाल (Lord Mahakal) के दर्शन के लिए निर्धारित समय में दो घंटे का इजाफा किया गया है। अब यहां श्रद्धालु सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 5.00 बजे से रात 7.00 बजे की बजाय सुबह 5.00 बजे से लेकर रात 9.00 बजे तक दर्शन कर सकेंगे। वहीं, श्रावण सोमवार को प्री-बुकिंग से सुबह 5.00 बजे 11 बजे तक एवं शाम 7.00 बजे से 11.00 बजे तक दर्शन की व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही प्रत्येक सोमवार को विशेष दर्शन (250 रुपये की रसीद) व्यवस्था बंद रहेगी।
उज्जैन कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने रविवार को बताया कि श्रावण एवं भादौ मास में प्री-बुकिंग से सामान्य दर्शन का समय दो घटे बढ़ा दिया गया है। अब श्रावण में सोमवार को छोड़कर प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्री-बुकिंग से भगवान महाकाल के दर्शन एवं विशेष दर्शन हो सकेंगे। वहीं, श्रावण में प्रत्येक सोमवार को सुबह 5 बजे से 11 बजे तक एवं शाम 7 से रात्रि 9 बजे तक प्री-बुकिंग से ही दर्शन होंगे। इस अवधि में 250 रुपये वाले विशेष दर्शन बंद रहेंगे।
भगवान महाकाल पहली सवारी में सोमवार को मनमहेश रूप में देंगे दर्शन
उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी श्रावण-भादौ मास के सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की पहली सवारी 26 जुलाई को धूमधाम से निकलेगी। बाबा महाकाल मनमहेश रूप में प्रजा को दर्शन देंगे। सवारी मंदिर से शाम 4.00 बजे शुरू होकर रामघाट जाएगी और वहां से पूजन पश्चात पुन: मंदिर पहुंचेगी।
मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए इस बार भी गत वर्ष की तरह छोटे मार्ग से बाबा महाकाल की सवारी लाव लश्कर के साथ निकलेगी। नगर भ्रमण के निकलने के पूर्व सभामंडप में विधिवत पूजन होगा। पश्चात भगवान पालकी में विराजित होकर प्रजा को दर्शन देने नगर भ्रमण हेतु प्रस्थान करेंगे। मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सशस्त्र सलामी दी जायेगी। उसके पश्चात सवारी बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से नृसिंह घाट रोड पर सिद्ध आश्रम के सामने से होते हुए क्षिप्रातट, रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से बाबा के अभिषेक.पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट,हरसिद्धी पाल से हरसिद्धी मंदिर के सामने से होकर बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर वापस आएगी। (एजेंसी, हि.स.)
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