उज्जैन। जिले में 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की संख्या 14 लाख 50 हजार से अधिक है। इनमें करीब 4 लाख नागरिक 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। सरकार ने इस आयु वर्ग के नागरिकों को छोड़ 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन का बूस्टर डोज शुल्क देकर लगवाने के आदेश दिए हैं। ऐसे में उज्जैन जिले के नागरिकों को बूस्टर डोज के लिए 25 करोड़ से ज्यादा की राशि स्वयं खर्च करनी होगी। कोरोना महामारी के अंत और इस बीमारी के प्रति लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पिछले साल जनवरी से दिसम्बर तक वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया था। यह अभियान अलग-अलग आयु वर्ग के नागरिकों के लिए अलग-अलग चलाया गया था। सबसे पहले फ्रंट लाईन वर्करों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ 60 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया था। इसके बाद 18 से 60 वर्ष तक के लोगों के लिए अभियान चला था।
दिसम्बर के अंत तक गत वर्ष जिले में 14 लाख 50 हजार से अधिक नागरिकों को वैक्सीन के दोनों डोज लग गए थे, वहीं इस साल जनवरी से 15 से 18 वर्ष तक के स्कूली बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरु कर दिया गया था और अब 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों को स्कूलों में वैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं। एक हफ्ते पहले केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बूस्टर डोज को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे जिसमें यह तय किया गया है कि जिन नागरिकों ने वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज लगवा लिए हैं तथा उन्हें इसके बाद 9 से 12 माह तक का समय बीत गया है उन्हें बूस्टर डोज लगाना अनिवार्य होगा। इसके पीछे कारण बताया गया कि वैक्सीन के डोज की रोग प्रतिरोधक क्षमता 9 महीने के बाद मनुष्य के शरीर में घटने लगती है। अभी भी कोरोना का खतरा बना हुआ है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए बूस्टर डोज लेना अनिवार्य है। सरकार ने यह भी तय किया है कि बूस्टर डोज नि:शुल्क रूप से सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के नागरिकों को ही लगाया जाएगा। इससे कम आयु वर्ग के लोगों को 250 रुपए खर्च कर निजी अस्पतालों में यह डोज लगवाना होगा।
18 साल से अधिक उम्र के साढ़े 14 लाख लोग
जिले में 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की संख्या लगभग साढ़े 14 लाख है। इनमें से 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के नागरिकों की संख्या 3 लाख 92 हजार के लगभग है। ऐसे में 10 लाख 60 हजार के लगभग नागरिक ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम है। ऐसे में इन नागरिकों को बूस्टर डोज के लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 250 रुपए का खर्च वहन करना पड़ेगा। ऐसे में कुल साढ़े 10 लाख से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज के लिए उज्जैन जिले में ही 25 करोड़ से अधिक की राशि खर्च करनी होगी।
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