इंदौर (Indore)। रेप पीडि़ता से मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डॉक्टरों से मिलकर ही लौट गए। उन्हें डॉक्टरों ने पीडि़ता से मिलने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने कहा कि वह अभी सदमे में हैं और उसकी हालत में सुधार आ रहा है। इसलिए किसी को उससे नहीं मिलने दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि अगर पीडि़ता को उच्च स्तर का इलाज चाहिए तो वे तैयार हैं। बाद में उन्होंने शिवराज सरकार पर भी निशाना साधा।
उज्जैन में दरिंदगी का शिकार हुई बच्ची को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं। कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि महिला अपराधों के मामले में प्रदेश नंबर वन बनते जा रहा है और भ्रष्टाचार में नंबर वन तो हैं ही। आज सुबह एमटीएच अस्पताल में बच्ची को देखने पहुंचे कमलनाथ के साथ विधायक विशाल पटेल, अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्ढा, गोलू अग्निहोत्री, विनय बाकलीवाल, अनिल यादव, संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया भी मौजूद थे। वे बच्ची से मिलना चाहते थे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें नीचे ही रोक लिया। चुनिंदा कांग्रेसियों से ही डॉक्टरों ने बात की।
कमलनाथ ने पी.एस. ठाकुर और संजय दीक्षित से बच्ची का हालचाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वह अभी सदमे में हैं, इसलिए उसे किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। वहीं उसकी मानसिक डॉक्टर से काउंसलिंग भी करवाई जाएगी, ताकि वह सदमे से उबर सके। कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश में महिला अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं इस तरह की कई घटनाएं हर दिन होती है, लेकिन प्रकाश में नहीं आती है। उन्होंने बच्ची के परिजन को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की।
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