उज्जैन। महिला पुलिस द्वारा इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है जिसमें महिलाओं को न्याय दिलाने की पहल की जा रही है।
गुजारा भत्ता का अधिकार दिलाने के लिए पतियों के वारंट तामील करा रही उज्जैन सहित मप्र की पुलिस। यह अभियान 29 फरवरी तक चलेगा। अभियान के तहत उज्जैन जिले में दो दर्जन से अधिक वारंट पुलिस द्वारा शामिल किए गए हैं। न्यायालय के आदेश के बावजूद भरण-पोषण देने से बच रहे पतियों को कानून के दायरे में लाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एक ऐसा कदम उठाया गया था जो महिलाओं के लिए मदद भरा हाथ साबित हो रहा है। भरण-पोषण के लिए जारी होने वाली धारा 125 से जुड़े समन-वारंट महिलाओं के लिए गुजारा-भत्ता पाने की दिशा में प्रमुख कदम है, लेकिन कई बार कानून व्यवस्था बनाने की स्थिति के चलते यह प्राथमिकता क्रम में पीछे हो जाते हैं।
ऐसे में आपरेशन हेल्पिंग हैंड के तहत पहली प्राथमिकता पर रखकर इसे तामील कराया जाता है। पुलिस मुख्यालय की महिला शाखा के निर्देशन में वर्ष में दो बार चलाए जाने वाले अभियान के तहत अब तक प्रदेश में 12 हजार 744 समन-वारंट तामील कराए जा चुके हैं। इस वर्ष एक फरवरी से अभियान फिर शुरू है, जो 29 फरवरी तक चलेगा। इसके अंतर्गत 10 फरवरी तक 500 से अधिक ऐसे वारंट तामील कराए जा चुके हैं। इसके तहत न्यायालय से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अंतर्गत भरण-पोषण के मामलों में जारी समन-वारंट की तामीली कराई जा रही है। घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस की महिला सुरक्षा शाखा द्वारा यह नवाचार किया गया है। धारा-125 के तहत दायर केस में न्यायालय से जारी समन-वारंट की प्रदेश भर के थानों और महिला डेस्क के प्रयासों से तामील कराई जाती है। उल्लेखनीय है कि वारंट की तामील नहीं होने से महिलाओं को भरण-पोषण के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। आपरेशन हेल्पिंग हैंड के पहले चरण में शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, बैतूल और निवाड़ी जिलों में सबसे अधिक समंस/वारंट की तामील कराई गई।
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