उज्जैन। संपत्तियों की रजिस्ट्री से कमाई में उज्जैन के पंजीयन विभाग ने पिछले सभी वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इसी के साथ प्रदेश में रजिस्ट्रियों से कमाई करने वाले जिलों में उज्जैन पहले नंबर पर आ गया। इस साल 31 मार्च तक 319 करोड़ रुपए की कमाई इस विभाग ने की है। आज से संपत्तियों की रजिस्ट्री की दर बढ़ गई है। इसी को देखते हुए एक दिन पहले बड़ी संख्या में लोगों ने संपत्तियों का पंजीयन कराया। मार्च माह में भरतपुरी स्थित पंजीयन कार्यालय पर लोगों की काफी भीड़ जुट रही है। बैंक बंद होने के कारण एक-दो दिन जरूर प्रभाव पढ़ा लेकिन मार्च महीने में 63 करोड़ 23 लाख की रजिस्ट्री 31 मार्च तक दर्ज की गई है।
वरिष्ठ पंजीयक ऋतुंभरा द्विवेदी ने बताया पिछले साल 31 मार्च तक 249 करोड़ रुपए की रजिस्ट्री हुई थी लेकिन इस वर्ष 31 मार्च तक 319 करोड़ रुपए की संपत्ति की रजिस्ट्री हो चुकी है जो पिछले साल से 70 करोड़ 23 लाख अधिक है। इस साल की संपत्तियों से कमाई ने पिछले सभी सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण दो साल से संपत्तियों के पंजीयन की दर में वृद्धि नहीं हुई थी, इस वर्ष इसमें वृद्धि होने वाली है इसको देखते हुए भी काफी लोगों ने अपनी संपत्तियों का पंजीयन कराया। इसी के चलते जनवरी माह से ही रजिस्ट्रार कार्यालय में भीड़ शुरू हो गई थी और मार्च माह में भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ गई इसी के चलते इस बार रिकॉर्ड तोड़ रजिस्ट्रियाँ हुई। कल रात साढ़े 11 बजे तक रजिस्ट्रार कार्यालय में कामकाज चलता रहा और रात 12 बजे अधिकारी-कर्मचारी काम बंद कर घर गए। रिकार्ड आय के चलते उज्जैन का रजिस्ट्रार विभाग रजिस्ट्रियों से आय के मामले में इस साल पहले स्थान पर रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved