उज्जैन। बुधवार को देश में लोगों को शुद्ध और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के मामले में उज्जैन शहर को देश के 11 श्रेष्ठ शहरों में चुना गया है। इस उपलब्धि पर उज्जैन को स्ट्रीट फॉर पीपल चैलेंज में 50 लाख का पुरस्कार मिला है। उल्लेखनीय है कि भारतीय खाद्य संस्था एवं मानक प्राधिकरण ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सहयोग से अपने नागरिकों के लिए सुरक्षित पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने, शहरी खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए देश के 108 स्मार्ट सिटी के बीच ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज प्रतियोगिता आयोजित करवाई थी। प्रतियोगिता की गाईड लाईन के मुताबिक कई कार्यक्रम रखे गए थे। खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा 25 खाद्य प्रतिष्ठानों की हाईजिंक रेटिंग कराई गई थी जिसमें महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसाद, नि:शुल्क अन्न क्षेत्र और जिला अस्पताल की मेस के भोजन को भी शामिल किया गया है। महाकाल मंदिर का भोग प्रमाणन कराया गया था।
जिले के 6 केम्पस ईट राईट केम्पस के रूप में विकसित किए गए थे जिसमें पुलिस आफिसर्स मेस भी शामिल था। खाद्य लायसेंस में 3 हजार 725 की बढ़त भी उज्जैन ने हांसिल की। नौ चलित खाद्य परीक्षण शाला चलाकर 721 खाद्य नमूने लिए गए थे। 71 शासकीय विद्यालयों को ईट राईट स्कूल के रूप में विकसित करने का टारगेट रखा गया था। 95 खाद्य प्रतिष्ठानों को रजिस्टर्ड कर जले हुए तेल का बार-बार उपयोग करने से रोकने के लिए प्रेरित किया गया। रॉबीन हुड आर्मी के सहयोग से नो फूड वेस्ट योजना के अंतर्गत सुरक्षित भोजन को जरूरतमंदों तक पहुँचाना आदि मापदंड इसमें शामिल थे। स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ आशीष पाठक ने बताया कि इसी के चलते स्ट्रीट फार पीपल चैलेंज में उज्जैन देश के सर्वश्रेष्ठ 11 शहरों में चुना गया है।
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