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- 15 जनवरी को बाद आएगी काम में तेज, प्रोजेक्ट की डेडलाइन है जनवरी 2028
उज्जैन। हरिफाटक ब्रिज से अरविंदो तक सिक्सलेन सड़क का निर्माण शुरू हो गया है। इसको लेकर उज्जैन इंदौर मार्ग के दोनों ओर साइट क्लीयर करने के लिए खुदाई शुरू हो गई है। सिंहस्थ 2028 में यह मार्ग बड़े व छोटे वाहनों के लिए बड़ा लाभकारी साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन से इंदौर के बीच मौजूदा फोरलेन मार्ग को सिक्सलेन किया जाना है। इसके लिए सड़क के दोनों तरफ मौजूदा दो लेन के अलावा एक-एक लेन और बनाई जाएगी। दोनों तरफ तीसरी लेन के लिए साइट क्लीयर की जा रही है। जहां अतिक्रमण थे, उन्हें भी हटाया जा रहा है। पूरे हाईवे पर 2 जगह फ्लायओवर व 6 अंडरपास बनाने की योजना है। एक उज्जैन के नानाखेड़ा बस स्टॉप पर और एक महावीर मार्ग पर। वहीं धरमपुरी बायपास, सांवेर बायपास का पहला छोर, सांवेर बायपास का अंतिम छोर, सांवेर में उलटे हनुमान मंदिर चौराहे पर, पंथ पिपलई और इंजीनियरिंग कॉलेज पर अंडर पास बनेंगे। निर्माण एजेंसी को बैंक से फाइनेशियल क्लोजर लेने के लिए एमपीआरडीसी ने 5 महीने का समय दिया था, जो 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है। इसके बाद कंपनी को अपॉईटेड डेट दे दी जाएगी। इस दिन से कंपनी को 2 साल की अवधि में काम पूरा करके देना होगा। प्रोजेक्ट पूरा होने की डेडलाइन जनवरी 2028 है। बता दें कि उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को देखते हुए यह हाईवे बेहद अहम साबित होगा। उज्जैन से इंदौर के बीच करीब 55 किलोमीटर का सफर पूरा करने में अभी चार पहिया से एक से सवा घंटा लगता है। हाईवे तैयार होने पर यही सफर 40 से 45 मिनट में पूरा हो जाएगा।
औसतन 25 हजार वाहन रोज है गुजरते
गौरतलब है कि अभी उज्जैन से इंदौर के बीच औसतन 25 हजार वाहन रोज गुजरते हैं। त्यौहार व अन्य खास मौकों पर वाहन संख्या दोगुना तक पहुँच जाती है। एक अनुमान के मुताबिक सिंहस्थ की अवधि में इस मार्ग पर ट्रैफिक फ्लो एक लाख वाहन के करीब रोज रहेगा। ऐसे में सिक्स लेन हाईवे बहुत फायदेमंद साबित होगा। हाईवे की शुरुआत उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज से होगी जो इंदौर के अरबिंदो अस्पताल पर खत्म होगा। प्रोजेक्ट की लागत 1600 करोड़ रुपए है। इसमें निर्माण की लागत 623 करोड़ रुपए है। शेष राशि में यूटिलिटी शिफ्टिंग, सड़क बन जाने के बाद उसका ऑपरेशन और मेंटेनेंस आदि पर खर्च किए जाएँगे।