उज्जैन: सिंहस्थ 2028 (Simhastha 2028) के पहले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधा (health facility) को सुदृढ बनाने के लिए धार्मिक नगरी उज्जैन में 592 करोड़ की लागत से मेडिसिटी और सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण चल रहा है. इस निर्माण कार्य को दिन-रात तेज गति से किया जा रहा है.
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के पहली मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है. सिंहस्थ 2028 को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेडिसिटी का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य का सतत निरीक्षण भी किया जा रहा है, ताकि सही समय पर निर्माण कार्य पूर्ण हो सके. उन्होंने यह भी बताया कि 14.97 भूमि पर इसका निर्माण कार्य हो रहा है.
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 21 नवंबर को 592 करोड़ रुपये स्वीकृत करते हुए मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज के निर्माण का भूमि पूजन किया था. इसके बाद से ही लगातार कार्य जारी है. मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज परिसर में 6 हाईराइज टावर बनाए जाएंगे. इसके अलावा टीचिंग हॉस्पिटल भवन का निर्माण भी किया जा रहा है. यह भवन 9 मंजिला होगा, जिसमें बेसमेंट शामिल है. मेडिकल कॉलेज का भवन आठ मंजिल बनाया जा रहा है. इसी तरह नर्स हॉस्टल, गर्ल हॉस्टल सहित 14 मंजिल बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, इतना ही नहीं रिसर्च और डेवलपमेंट की सुविधा भी यहां पर होगी.
उज्जैन में 550 बेड की क्षमता वाला अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. इसमें 150 विद्यार्थियों को चिकित्सा शिक्षा में प्रदान की जाएगी. इसके अलावा महाविद्यालय में 380 क्षमता का नर्सिंग हॉस्टल, बॉयज हॉस्टल, सर्विस ब्लॉक, लाइब्रेरी पार्किंग, जिम्नेशियम, फुट ओवर ब्रिज के सुविधा भी दी जा रही है. मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज के भवन में कई और नई तकनीक की सुविधा मिलेगी.
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