उज्जैन। इस बार गर्मी सभी पुराने रिकॉर्ड तोडऩे पर आमादा है। कल दिन का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री दर्ज हुआ, वहीं मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों में इसी तरह गर्मी के कहर की जानकारी दी है। हालांकि मई के इन दिनों में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है, लेकिन मालवा की रातें सुकून वाली रहती हंै, लेकिन अभी तो रात में भी उमस और गर्मीे अत्यधिक महसूस की जा रही है। लू-लपट के चलते उल्टी, दस्त, बुखार के मरीज भी बढ़ रहे हैं, तो समूचा जन-जीवन हलाकान हो गया है। शादी समारोह से लेकर अन्य आयोजनों में शामिल होना भी गर्मी के चलते मुहाल हो गया है।
उज्जैन में कल दिन का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से साढ़े 4 डिग्री अधिक रहा, तो रात के न्यूनतम तापमान ने भी और उछाल मारा और 28 डिग्री दर्ज हुआ, जो कि सामान्य से साढ़े 3 डिग्री अधिक रहा। हालांकि 24 घंटे में रात के न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की गिरावट आई, लेकिन उसके बदले दिन का तापमान उतना ही बढ़ गया। सुबह से गर्मी सताने लगती है और 11-12 बजे से लेकर दोपहर 4-5 बजे तक लू के थपेड़े चलते हैं। कूलर और पंखे तो बेदम साबित हो गए और एसी की मांग में इजाफा हुआ। नतीजतन बिजली की खपत भी अधिक बढ़ गई है। उसके साथ ही अघोषित कटौती ने भी जीना मुहाल कर रखा है। शहर के कई हिस्सों में अलग-अलग समय पर बत्ती गुल हो जाती है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले चार-पांच दिन इस आग उगलती गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। वैसे भी मई के इन दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है। उज्जैन के साथ-साथ देश के अधिकांश हिस्सों में इस बार गर्मी नए रिकॉर्ड बना रही है, वहीं संभव है कि उज्जैन में भी 45 डिग्री तक तापमान पहुंच जाए। 4-5 दिन बाद कुछ गिरावट तापमान में संभव है, लेकिन मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र में भी आज और कल गर्मी का प्रकोप ऐसा ही रहेगा। अलबत्ता कुछ राज्यों में चक्रवात तूफान और उसकी वजह से बारिश की संभावना भी मौसम विभाग ने दर्ज की है। अभी तो डेढ़ महीने तक और गर्मी, उमस का प्रकोप झेलना पड़ेगा, क्योंकि उज्जैन में मानसून की आमद अमूमन जून के अंतिम दिनों और जुलाई के पहले हफ्ते तक ही होती है। फिलहाल तो भभके उज्जैन में जन-जीवन पूरी तरह से हलाकान है।
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