उज्जैन। उज्जैन (Ujjain) के महाकालेश्वर मंदिर परिसर (Mahakaleshwar Temple Complex) में विस्तारीकरण के लिए खुदाई का काम चल रहा है. खुदाई के दौरान मंगलवार को एक विशाल शिवलिंग और भगवान विष्णु की मूर्ति (Huge Shivling and Lord Vishnu Statue) मिली है. शिवलिंग को सबसे पहले मजदूरों ने देखा फिर इसकी जानकारी मंदिर समिति को की गई. मंदिर समिति द्वारा पुरातत्व विभाग को सूचित किया गया।
बुधवार की सुबह पुरातत्व विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि जलाधारी शिवलिंग 9वीं से 10वीं शताब्दी के समय का है और भगवान विष्णु की मूर्ति भी 10वीं शताब्दी की है. पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों की देखरेख में शिवलिंग को निकाला जा रहा है।
पुरातत्व विभाग के अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र सिंह जोधा ने बताया कि यह शिवलिंग और जलाधारी 9वीं और 10वीं शताब्दी की दिखाई दे रहा है. जांच के बाद इससे संबंधित प्राचीन जानकारियों का पता लगाया जाएगा. बता दें, पहले भी खुदाई के दौरान शुंग काल और परमार कालीन मूर्तियां अवशेष आदि मिल चुके हैं. पर यह शिवलिंग फ्लोर से 2 फीट नीचे मिला है।
शिवलिंग के तीन भाग होते हैं, सबसे नीचे ब्रह्मा भाग उसके ऊपर विष्णु भाग और सबसे ऊपर शिव भाग होता है. प्राप्त शिवलिंग में शिव भाग खंडित पाया गया है बाकी के दो भाग सुरक्षित हैं. खुदाई कार्य के दौरान गुप्तकालीन ईंटे भी मिली हैं. जो पांचवी छठी शताब्दी की बताई जा रही हैं.
पुरातत्व अधिकारी ने बताया कि प्राचीन काल में भी यहां शिव मंदिर रहा होगा क्योंकि यहां से खुदाई में शिव परिवार और भगवान शिव से संबंधित मूर्तियां और अवशेष मिल रहे हैं.
उज्जैन में पिछले एक साल से महाकालेश्वर मंदिर के दक्षिण की तरफ चार मीटर नीचे एक दीवार मिली है, जो करीब करीब 2100 साल पुरानी हो सकती है।
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