मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को राज्य विधान परिषद (MLC) के सदस्यों के लिए 12 नामों की सिफारिश की है जिसमें फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का नाम भी शामिल है। इन सभी को राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद में भेजा जाएगा। महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस तीनों के कोटे से 4-4 नामों की सिफारिश राज्यपाल से की गई है।
ये 12 नाम राज्यपाल को भेजे गए
उर्मिला मातोंडकर पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुई थीं और उन्होंने मुंबई नॉर्थ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। एमएलसी बनाने के लिए जिन 12 नामों को राज्यपाल के पास भेजा गया है उनमें कांग्रेस ने सचिन सावंत, मुजफ्फर हुसैन, रजनी पाटिल और अनिरुद्ध वानकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की तरफ से एकनाथ खडसे, राजू शेट्टी, आनंद शिंदे और यशपाल खिंगे तथा कांग्रेस की तरफ से उर्मिला मातोंडकर, चंद्रकांत रघुवंशी, विजय करंजकर और नितिन बंगुड पाटिल के नाम शामिल हैं।
अब देखने वाली बात ये है कि राज्यपाल कोश्यारी इन नामों को अपनीं मंजूरी देते हैं कि नहीं, क्योंकि पहले भी कई मौकों पर राज्य सरकार के साथ उनके मतभेद सामने आते रहे हैं। राज्य विधायिका के ऊपरी सदन में बारह सदस्य राज्य सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल द्वारा नामित किए जाते हैं। ये उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े होते हैं, हालांकि अक्सर सत्तारूढ़ दल अपने सदस्यों या उनसे जुड़े लोगों की ही सिफारिश करते हैं। उच्च सदन से जून में सेवानिवृत्त होने वाले 12 सदस्यों में से अधिकांश राजनेता ही थे।
भिंगे और वानकर ने पिछले साल प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई में वानचेत बहुजन अगाड़ी (VBA) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। भिंगे ने अशोक चव्हाण के खिलाफ नांदेड़ से आम चुनाव लड़ा था, जो वर्तमान में अघाड़ी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं। महाविकास अघाड़ी सरकार के तीन मंत्रियों – शिवसेना से राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब, एनसीपी से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक और कांग्रेस से चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने शुक्रवार शाम को राज्यपाल से मुलाकात की और सील बंद लिफाफे में नामांकन सौंपा।
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