नई दिल्ली। हवाई अड्डों पर 5जी कम्युनिकेशन्स (5G Communications at Airports) की तैनाती के चलते एयरलाइन्स की नाराजगी (Airlines’ displeasure) का सामना कर रहे अमेरिका को एक और झटका लगा है. मंगलवार को एयर इंडिया (Air India) ने 19 जनवरी से अमेरिका (US) में अपने ऑपरेशन्स में कमी करने का ऐलान किया है. हालांकि, एयरलाइन्स की तरफ से मिल रही चेतावनी के चलते अमेरिका(US) की बड़ी टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों ने कुछ एयरपोर्ट्स पर 5जी तकनीक को अस्थाई रूप से सीमित करने का फैसला कर लिया है.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है. जब 5जी मुद्दे के चलते किसी एयरलाइन्स ने अमेरिकी एयरपोर्ट्स पर अपने ऑपरेशन्स में कटौती की है. एयर इंडिया ने ट्वीट के जरिए 19 जनवरी के कैंसिल हुई फ्लाइट्स की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, ‘अमेरिका में 5जी कम्युनिकेशन्स की तैनाती के चलते हम 19 जनवरी को इन फ्लाइट्स का संचालन नहीं करेंगे.’ कंपनी की तरफ से कैंसिल की गई फ्लाइट्स के नाम AI101/102, DEL/JFK/DEL, AI173/174, DEL/SFO/DEL, AI127/126, DEL/ORD/DEL, AI191/144, BOM/EWR/BOM हैं. यात्रियों को तेज इंटरनेट की सुविधा देने के लिए अमेरिकी कंपनियों ने 5जी तकनीक लागू करने का फैसला किया है. जबकि, एयरलाइन्स इंडस्ट्रीज का कहना है कि इसके भयानक प्रभाव हो सकते हैं और तकनीक एयरप्लेन के संवेदनशील उपकरणों के काम में दखल दे सकती है. एयरलाइन्स का कहना है कि रनवेज पर 5जी नहीं आनी चाहिए. AT&T और वेरिजॉन जैसी कंपनियों का कहना है कि उनकी तकनीक सुरक्षित है और कई अन्य देशों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा है कि तनाव खत्म नहीं होने के चलते वे कुछ एयरपोर्ट्स के बाहर तकनीक को सीमित कर देंगे. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने 14 जनवरी को कहा था, ‘विमान के रेडियो आल्टीमीटर के साथ 5जी का दखल इंजन और ब्रैकिंग सिस्टम को लैंडिंग मोड में जाने से रोक सकता है, जो रनवे पर एक विमान को रुकने से रोक सकता है.’ भारत के अलावा अमीरात, जापान की दो बड़ी एयरलाइन्स ऑल निपॉन एयरवेज और जापान एयरलाइन्स ने कहा है कि वे बोइंग 777 फ्लाइट्स में कमी करेंगे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिटिश एयरवेज ने लॉस एंजिलिस जाने वाले बोइंग 777 को एयरबस ए380 से बदलने का फैसला किया है.