बैतूल। डब्ल्यूसीएल (WCL) की तवा-1 खदान (Tawa-1 Mine) में बीती देर रात काम कर रहे दो कामगारों की पत्थर के नीचे दबने से मौत हो गई है, वहीं एक कामगार गंभीर रूप से घायल हो गया। इससे वेकोलि प्रबंधन में हडक़म्प (Hudkamp in WCL Management) मच गया। घटना के बाद कोलकर्मियों में उपजे आक्रोश के बाद से खदान में काम बंद है।
भारी भरकम पत्थर के नीचे दबे कामगार
सारनी थाना प्रभारी रत्नाकर हिंगवे ने बताया कि पाथाखेड़ा की तवा 1 कोयला खदान में शुक्रवार देर रात काम कर रहे चैतराम वरकड़े 2965 सपोर्ट मजदूर एवं भोला ठेका मजदूर 4425 की 3 मीटर लंबे और एक फीट मोटे पत्थर के नीचे दबने से मौत हो गई है। वहीं टोकन नं. 4430 सुनील के दाहिने पैर क्षतिग्रस्त हो गया है। यह घटना क्रॉस कट 57 लेवल में सपोर्ट लगाते समय मुहाने से 3 किमी. दूर खदान के भीतर घटित हुई। घटना के बाद यूनियन नेताओं व कोल कर्मियों खदान और अस्पताल पहुंचना प्रारंभ हो गया है। घटना के बाद जीएम, एपीएम सभी खदानों के सब एरिया मैनेजर भी अस्पताल पहुँचे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बगडोना क्रॉस कट 57 लेवल में डेवलमेंट के समय सपोर्ट लगाते समय पत्थर गिरने से दो कामगारों की मौत हुई। यहां यह हादसा हुआ वहां रूफ के आगे-पीछे सपोर्ट नहीं था। खदान में रेजिंग कैप्सूल का उपयोग किया जाना चाहिए। लेकिन सीमेंट कैप्सूल का उपयोग किया जा रहा। जबकि पाथाखेड़ा क्षेत्र में रेजिंग वाली रेडिएंट मशीन उपलब्ध है पर उपयोग में नहीं लाई जा रही। इसी लापरवाही से यह घटना घटी। इस खदान में अलग-अलग शिफ्ट में करीब 850 कामगार काम करते हैं। वहीं प्रतिदिन 1 हजार से 12 सौ मीट्रिक टन कोयला उत्पान होता है। घटना के समय 30 कामगार खदान में मौजूद थे। इसी के साथ ही एचएमएस यूनियन के डब्ल्यूसीएल टीएससी अशोक नामदेव समेत एरिया टीएससी ने भी मौके का निरीक्षण करने खदान में उतरे।
घटना स्थल खदान में पहुंची पुलिस
दो कामगारों की मौत होने के बाद घटना स्थल खदान के भीतर एसडीओपी जैन, टीआई रत्नाकर हिंग्वे, चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी दल बल के साथ डब्ल्यूसीएल अस्पताल पहुंचे। इसके बाद टीआई के निर्देश पर मौके का निरीक्षण कर मौका नक्शा बनाने दो पुलिस कर्मी रात 1:30 बजे खदान में उतरे, जबकि एसडीओपी और टीआई खदान के मुहाने पर डटे रहे। इधर पाथाखेड़ा जीएम, एपीएम भी रात करीब 1:45 बजे तवा-1 खदान पहुंचे।
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