- साल 2024 में 28 महिलाएँ घर से भागकर पहुँची वन स्टाप सेंटर
उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में घरेलू हिंसा के अपराधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दो सालों में ऐसे मामलों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। वर्तमान स्थिति यह है कि शहर में रोजाना दो महिलाएँ घरेलू हिंसा से प्रताडि़त होकर वन स्टॉप सेंटर पहुँच रही हैं।
चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र स्थित वन स्टॉप सेन्टर की प्रशासक वीना बोरासी ने बताया कि घरेलू व अन्य हिंसा से पीडि़त महिलाएँ यहाँ आती हैं। महिलाओं की काउंसलिंग की जाती है। अगर इसके बाद भी महिलाएँ नहीं जाती हैं तो पाँच दिन रहने के लिए यहाँ आश्रय सुविधा भी है। बीते 135 दिन में 376 महिलाएँ वन स्टॉप सेन्टर पहुँची। इसमें 280 महिलाएँ घरेलू हिंसा से परेशान होकर यहाँ आई थी, वहीं 28 महिलाएँ ऐसी थी जो घर से भागकर आई थी। इसमें 223 महिलाएँ ऐसी थी जो 181 पर काल कर यहाँ पहुँची। उज्जैन में शुरू हुए वन स्टाप सेंटर में आंकड़े चौंकाने वाले हैं। यहाँ प्रतिदिन औसतन दो महिलाएँ घरेलू और अन्य प्रकार से प्रताडि़त होकर मदद के लिए पहुँच रही हैं। साल 2023 में 895 महिलाएँ वन स्टाप सेंटर पहुँची थी। इनमें से 68 महिलाएँ न्यायालय की शरण में गई। वहीं 157 महिलाएँ आश्रय में रहीं। 40 प्रतिशत महिलाएँ काउंसलिंग के बाद दोबारा घर लौट गई।
थाने में भी रोजाना आ रही शिकायतें
महिला पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो महिला पुलिस थाने में इस साल के बीते 140 दिनों में लगभग 950 शिकायतें दर्ज हुए हैं। इसमें 125 शिकायतें ऐसी हैं जो वरिष्ठ कार्यालय (एसपी ऑफिस) से प्राप्त हुई हैं। वहीं शेष शिकायत सीधे महिला थाने में आई हैं। ये सभी आवेदनों में पारिवारिक विवाद और दहेज उत्पीडऩ समेत अन्य घरेलू हिंसा से संबंधित शिकायतें हुई हैं। महिला थाने में रोजाना औसतन पाँच शिकायतें घरेलू हिंसा से संबंधित आ रही हैं।