भोपाल। संजय गांधी ताप विद्युत गृह की दो इकाइयां तकनीकी कारणों से बंद हो गई हैं। हालांकि यह खबर भी सामने आ रही है कि कोयले की कमी के चलते इन इकाइयों को बंद किया गया है। संजय गांधी ताप विद्युत गृह प्रबंधन का कहना है कि 4 दिन का कोयला अभी शेष है और कोयले के रैक आने वाले हैं। इसलिए कोयले की कोई कमी नहीं है। दो इकाइयां तकनीकी कारणों से बंद की गई है। इन इकाइयों में वायरल ट्यूब लीकेज की बात कही गई है। हालांकि कुछ समय पहले भी यही इकाइयां ब्वॉयलर ट्यूब लीकेज के कारण बंद कर दी गई थी।
चार दिन का कोयला शेष
संजय गांधी ताप विद्युत गृह में 4 दिन का कोयला ही बाकी बताया जा रहा है। यहां अभी कुल 69000 मीट्रिक टन कोयला स्टाक में है। यह कोयला सिर्फ 4 दिन तक चल सकता है। हालांकि शेष 3 इकाइयां फुल लोड पर नहीं चल रही है जिससे यहां स्टाक में रखा कोयला 4 दिन से कुछ ज्यादा चल सकता है।
445 मेगावाट का उत्पादन
संजय गांधी ताप विद्युत गृह की 210 मेगावाट की तीन इकाइयों से 445 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। तीनों में से कोई भी इकाई फुल लोड पर नहीं चल रही है। बताया गया है कि पिछले दिनों प्रदेश में अच्छी बारिश होने के कारण सिंचाई के लिए बिजली की मांग समाप्त हो गई है। यह भी एक कारण है कि बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया है। लो डिमांड होने के कारण सभी संजय गांधी ताप विद्युत गृह की सभी इकाइयां नहीं चलाई जा रही हैं। लेकिन प्रबंधन द्वारा कोई भी कारण स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा रहा है। सिर्फ यही कहा जा रहा है कि इकाइयों में मरम्मत का काम होने के कारण उन्हें बंद किया गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved