उज्जैन: नागपंचमी (nagpanchami) के दिन उज्जैन (Ujjain) के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में वीआईपी (VIP) नेताओं (leaders) के चलते मंदिर की भस्म आरती (Bhasma Aarti) आधे घंटे की देरी से हुई. दर्शन के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय (Aakash Vijayvargiya) और रमेश मेंदोला (Ramesh Mendola) सुबह मंदिर पहुंचे थे. वीआईपी नेताओं के चलते मंदिर की भस्म आरती आधे घंटे की देरी से हुई! इसकी वजह ये थी कि सरकारी पास होने के बावजूद पुजारियों को भी मंदिर में एंट्री नहीं दी गई. इस मामले के बाद बीजेपी के नेता अपने ही नेता के खिलाफ होकर इस घटना की निंदा करने लगे है.
वीआईपी कल्चर खत्म करने की मांग
दरअसल बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री पारस जैन महाकाल मंदिर में वीआईपी कल्चर से हो रहे दर्शन व्यवस्था बदलने की मांग कर रहे है. घटना के दो दिन बाद रविवार को बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री पारस जैन ने वीडियो वायरल कर महाकाल मंदिर में वीआईपी क्लचर बंद करने को लेकर सीएम और उज्जैन कलेक्टर से गुहार लगायी है.
मंदिर में कोई वीआईपी नहीं होना चाहिए
पारस जैन कहते है महाकाल मंदिर में जो VIP व्यवस्था है, उसके बारे में मेरा स्पष्ट कहना है. मंदिर में कोई VIP नहीं होना चाहिए, चाहे सांसद हो, विधायक हो आईएस, आईपीएस हो सबको लाइन में लग कर आम जनता के साथ दर्शन करना चाहिए. यहां तक की सीएम शिवराज ने भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए दर्शन किये थे. अब मैं सभी को नियम अनुसार कार्य कर VIP कल्चर बंद करने की में सीएम से मांग करता हूं.
पुजारियों ने जताया था विरोध
आपको बता दें कि जिस वक्त कैलाश विजयवर्गीय, आकाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला दर्शन कर रहे थे, उसी वक्त मंदिर में नियमित होने वाली भस्म आरती का समय भी रहा था. सुरक्षा कारणों के चलते पुजारियों को मंदिर में एंट्री नहीं दी गई. इनमें भस्म आरती करने वाले मुख्य पुजारी अज्जू गुरू भी शामिल थे. इस बात से अज्जू गुरू इतने नाराज हो गए कि उन्होंने VVIP ड्यूटी में तैनात अधिकारियों के सामने ही अपना शासकीय पास भी उतारकर फेंक दिया. उनका कहना ता कि जब मंदिर में रोज पूजन करने के बाद भी इस तरह का व्यवहार झेलना पड़ रहा है तो ये शासकीय पास किस काम का?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved