इंदौर। तीन पार्टनरों द्वारा शहर के मध्य इलाके में खरीदी गई 40 करोड़ की संपित्त दो पार्टनरों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बाले-बाले बेच दी। खास बात यह थी कि रजिस्ट्री तक करवा दी। मामले में शिकायत की जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए एक भूमाफिया सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच आरोपियों की तलाश कर रही है।
क्राइम ब्रांच टीआई धनेंद्रसिंह भदौरिया ने बताया कि शैलेंद्र मिश्रा निवासी सांईबाग कॉलोनी की शिकायत पर उसके दो पार्टनर दीपक पिता दरियालाल परियानी निवासी इंद्रलोक कॉलोनी और जतिन सुखीजा निवासी विनय नगर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बर्तन बाजार के पास राम लक्ष्मण बाजार स्थित 1180 वर्गमीटर की एक जमीन को तीनों ने मिलकर फर्म बनाकर खरीदा। जमीन योगिनी मतकर, मोनिका पिता सुरेंद्रसिंह, कुमुदनी पति भीमसिंह, रशिका पति त्रिलोक और कृष्णा कुमारी के नाम थी। खरीदने के बाद उक्त जमीन पर तीनों पार्टनरों का नाम चढ़ गया। बाद में दीपक और जतिन ने फर्जी डीड तैयार कर शैलेेंद्र को पार्टनरशिप से हटा दिया और रिश्तेदारों को रजिस्ट्री कर दी।
इतने लोगों को बेचकर की रजिस्ट्री
टीआई भदौरिया के अनुसार जमीन खरीदने और बेचने के दौरान धोखा देने वाले दोनों पार्टनरों ने बैंक में खाते खोले। यह खेल फरियादी पार्टनर को बिना बताए किया। इसके बाद दोनों पार्टनरों ने जमीन बेच दी। बेची भी तो किसी ने रिश्तेदार को तो किसी ने परिचित को। इसके बाद रजिस्ट्रार ऑफिस में एक फर्जी डीड का लेटर देकर दर्शाया गया कि रजिस्ट्री करने के लिए दो पार्टनर ही अथोराइज्ड हैं। बाद में रजिस्ट्री कर दी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने जितेंद्र ठाकुर, विनीता ठाकुर, लीना परियानी, विनोद परियानी, सुरेश माहेश्वरी, हीरालाल रहेजा, नेहा रहेजा, विनोद डेंबला, बंसीलाल ठाकुर के नाम भी एफआईआर में लिखे हैं। बताया गया कि इनके नाम रजिस्ट्री हुई। दीपक, जतिन, विनोद और जितेंद्र को फिलहाल आरोपी बनाया गया है।
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