भोपाल। सीधी बस हादसे में अभी तक 51 लोगों का शव मिल चुका है। जबकि कुछ अभी भ्ीा लापता बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पीडि़तों के बीच पहुंचकर शोक संवेदनाएं जता रहे थे, तब सरकार के दो जिम्मेदार मंत्री बस हादसे के लिए एक -दूसरे के विभागों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। परिवहन विभाग ने हादसे के लिए खराब सड़कों को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव ने नारजगी जताई है। दरअसल सड़क हादसे के बाद परिवहन विभाग के डिप्टी कमिश्नर एके सिंह ने घटनास्थल का मुआयना करने के लिए सीधी गए थे। उन्होंने हादसे के लिए खराब सड़क को जिम्मेदार बताया। अधिकारी ने कहा कि सड़क पर जंपिंग बहुत हैं। इस वजह से हादसे होते हैं। इस पर जब पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव से पूछा गया तो वे नाराज हो गए। उन्होंने नाराजगी भरे स्वर में कहा कि सड़कें तो पूरे देश में एक जैसी हैं, क्या सभी जगह हादसे की एक ही वजह होती है। जबकि परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सीधे तौर पर हादसे को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। न ही 32 सीटर बस में 62 सवारी बैठाने के लिए किसी को जिम्मेदारी ठहराया। परिवहन मंत्री ने सिर्फ इतना कहा कि सरकार ने तय किया है कि गांवों-कस्बों में कंडम बसें नहीं चलने दी जाएंगी। इधर मंत्री अपने विभाग की गलती नहीं मान रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री ने सीधी के पीडि़तों से मुलाकात के बाद बस हादसे के लिए लोनिवि और परिवहन की जिम्मेदारी तय कर दी है। मुख्यमंत्री ने लोनिवि के अधीन मप्र सड़क विकास निगम के अधिकारी और परिवहन विभाग के अफसरों को निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि लोनिवि मंत्री गोपाल भार्गव और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सागर जिले से आते हैं। दोनों राजनीतिक विरोधी भी रहे हैं। गोंविद भाजपा में आने से पहले कांग्रेस में थे। दोनेां एक-दूसरे पर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे हैं।
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