नई दिल्ली। विमानन नियामक डीजीसीए ने 7 जनवरी को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर इंडिगो की उड़ानों के एक साथ प्रस्थान को मंजूरी देने के लिए एक हवाई यातायात नियंत्रक को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया है। नियंत्रक के इस फैसले के कारण विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद बहुत करीब आ गए थे। इंडिगो की दो उड़ानें – 6E455 (बेंगलुरु से कोलकाता) और 6E246 (बेंगलुरु से भुवनेश्वर) 7 जनवरी की सुबह उत्तरी रनवे और दक्षिण रनवे से एक साथ उड़ान भरने के बाद बेंगलुरु हवाई अड्डे पर हवा में टक्कर टल गई।
घटना को ब्रीच ऑफ सेपरेशन कहा जाता था, जो तब होता है जब दो विमान हवाई क्षेत्र में न्यूनतम अनिवार्य ऊर्ध्वाधर या क्षैतिज दूरी को पार करते हैं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को एक बयान में कहा, दक्षिण टावर नियंत्रक ने एप्रोच रडार नियंत्रक के साथ समन्वय में 6E455 को प्रस्थान कराया और साथ ही उत्तर टावर नियंत्रक ने दक्षिण के साथ पूर्व समन्वय के बिना 6E246 को भी उड़ान की अनुमति दी।
चूंकि प्रस्थान के बाद दोनों विमान कन्वर्जिंग हेडिंग (एक-दूसरे की ओर बढ़ रहे थे) पर थे, एप्रोच रडार कंट्रोलर ने इन विमानों को अलग करने के लिए डायवर्जिंग हेडिंग दी। बिल्कुल नजदीक पहुंचकर दोनों विमानों के बीच लंबवत और पार्श्व दूरी 100 फीट (मानक 1000 फीट) और 0.9 एनएम (मानक 3 एनएम) थी। इस पूरे मामले को गंभीर घटना के रूप में वर्गीकृत किया गया है और इसकी जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने की।
नियामकीय आकलन के आधार पर डीजीसीए ने टावर सुपरवाइजर को एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोलर) टावर की गतिविधियों की निगरानी नहीं करने और घटना की सूचना न देने के लिए चेतावनी पत्र जारी करने का फैसला किया है। डीजीसीए ने कहा कि नॉर्थ टॉवर कंट्रोलर, जो शिफ्ट के वॉच सुपरवाइजरी ऑफिसर (डब्ल्यूएसओ) भी थे, उन्हें तीन महीने की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने रनवे संचालन के संबंध में प्रक्रियाओं और नियमों का पालन नहीं किया था और उन्होंने घटना की रिपोर्ट नहीं की थी।
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