हैदराबाद। निजी जीवन की तमाम चुनौतियों से निपटते हुए तेलंगाना के दो किन्नर डॉक्टरों (transgender doctors) ने इतिहास रचा है और मिसाल पेश की। उन्होंने फिर साबित किया है कि जहां चाह है, वहां राह है। ये दोनों राज्य के पहले किन्नर सरकारी चिकित्सक बन गए हैं।
प्राची राठौड़ और रुत जॉन पॉल ने हाल ही में हैदराबाद के सरकारी उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल (OGH) में चिकित्सा अधिकारी के रूप में प्रभार संभाला है। डॉ. प्राची राठौड़ को किन्नर होने के कारण तेलंगाना के एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल ने नौकरी से निकाल दिया था। सरकारी सेवा में आने के मौके पर उन्होंने उस सामाजिक कलंक और भेदभाव को याद किया जिसे उन्हें बचपन से सहना पड़ा।
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