उज्जैन। आज सावन के दूसरे सोमवार पर महाकालेश्वर में दर्शनों के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। गुना से आया एक परिवार सुबह चारधाम मंदिर की ओर लगी बैरिकेटिंग से होकर दर्शन के लिए जा रहा था। भीड़ अधिक होने के कारण भगदड़ मची और गुना के श्रद्धालु भीड़ में दब कर बेहोश हो गए। इस दौरान अफरा-तफरी मची लेकिन मौके पर न तो पुलिस पहुँची और न ही एम्बुलेंस आई। दोनों के परिजन ऑटो रिक्शा से उन्हें अस्पताल लेकर आए।
श्रावण मास में दो साल कोरोना के चलते भीड़ नहीं जुट पाई और इस साल पहले से दो गुनी से ज्यादा भीड़ उमड़ रही है और प्रशासन द्वारा दर्शन व्यवस्था में किए गए बदलाव पूरी तरह फेल नजर आ रहे हैं। पिछले सोमवार को भी बेतहाशा भीड़ पड़ी थी और आज दूसरे सोमवार पर भी दो गुना ज्यादा भीड़ महाकाल मंदिर के आसपास के इलाकों में पड़ रही है। प्रशासन ने दर्शन की जो व्यवस्था बनाई है वह आज सुबह फेल दिखाई दे रही थी और लोग एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे।
गुना निवासी 14 लोग आज सुबह महाकालेश्वर दर्शन करने आए थे और सभी लोग मंदिर में दर्शनों के लिए चारधाम मंदिर की बैरिकेटिंग से लाईन में लगे थे। भीड़ का दबाव अधिक होने से वहाँ भगदड़ की स्थिति बन गई और इस दौरान गुना से आए गजेन्द्र पिता दौलतसिंह और प्रीतम पिता अमरसिंह दब गए। इस दौरान वहाँ अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। उनके साथियों ने उन्हें जैसे-तैसे बचाया लेकिन दोनों भीड़ में दबकर बेहोश हो गए थे। इस बात की जानकारी लगने के बाद भी न तो पुलिस वहां पर आई और न ही एम्बुुलेंस पहँुची। दोनों उनके सहयोगी ऑटो रिक्शा में डालकर अस्पताल लेकर आए जहाँ उन्हें उपचार दिया गया। प्रशासन ने मंदिर के आसपास श्रद्धालुओं के लिए जो सुविधाओं के दावे किए थे, वे आज सोमवार को पूरी तरह विफल नजर आ रहे थे और चारों तरफ अव्यवस्था नजर आ रही थी।
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