इंदौर। मल्हारगंज थाना क्षेत्र में हुए गोलीकांड में फरियादी ही आरोपी निकला। बताते हैं कि पुणे में दो केस में उसने चाचा को उलझाया था, लेकिन खात्मा हो गया। इसलिए इंदौर में गोलीकांड कर फंसवाना चाहता था। कुछ दिन पहले अंतिम चौराहा पर कार में सवार पुणे के गणेश को गोली मारने का मामला सामने आया था। पुलिस ने गोली चलाने वाले दोनों आरोपी सिद्धार्थ और शैलेष को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने गणेश के चाचा संतोष के कहने पर हमला करने की बात कही थी, लेकिन जब चाचा संतोष मोहिते को पकड़ा तो उसने कहा कि मैं कभी इन दोनों आरोपियों से मिला ही नहीं। इसके चलते मामला उलझ गया।
एडिशनल कमिश्नर अमित सिंह ने बताया कि फरियादी गणेश का चाचा से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसके चलते उसने चाचा के खिलाफ पुणे में भी पहले दो फर्जी केस दर्ज करवाए थे, लेकिन दोनों मामलों में खात्मा हो गया था। इसके चलते संभवत: गणेश ने इंदौर में उसे उलझाने के लिए साजिश रची और अपने ही आदमियों से गोली चलवाई। दोनों आरोपियों का पुराना रिकॉर्ड भी नहीं था और पहले फर्जी केस दर्ज करवाने की बात के बाद पुलिस को फरियादी पर ही शक था। इसके चलते पुलिस ने फरियादी को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि लगभग यह खुलासा हो चुका है कि उसने खुद ही हमला करवाया था। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जा रही है, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि आरोपियों से उसके संबंध हैं या नहीं।
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