काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट (Kabul Airport) के पास गुरुवार को सीरियल ब्लास्ट (Blast) हुए हैं. दो धमाकों में बच्चों समेत 13 लोगों की जान चली (13 death) गई, जबकि 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों की संख्या बढ़़सकत इस हमले में तीन अमेरिकी सैनिक भी घायल हुए हैं. पेंटागन(Pentagon) ने दोनों एयरपोर्ट पर हुए हमलों की पुष्टि की है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सचिव जॉन किर्बी (Secretary of the Ministry of Defense John Kirby) ने कहा, पहला धमाका एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर हुआ. इसके बाद दूसरा धमाका एयरपोर्ट के नजदीक बने बरून होटल के पास हुआ, जहां पर ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे.
इन धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर अफरा-तफरी का माहौल है. धमाकों के बाद अमेरिकी दूतावास ने अलर्ट जारी किया है. दूतावास ने लोगों को एयरपोर्ट की ओर नहीं जाने के लिए कहा है. दूतावास ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि लोग काबुल एयरपोर्ट के पास जाने से बचें.
बता दें इन धमाकों से पहले ब्रिटिश सरकार और अमेरिकी दूतावास ने गुरुवार को चेतावनी जारी की थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएस या आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर ‘आसन्न’ हमला किए जाने की ‘बहुत विश्वसनीय’ खुफिया रिपोर्ट है.
अमेरिकी दूतावास ने चेतावनी देते हुए कहा था, काबुल एयरपोर्ट को तुरंत छोड़कर चले जाएं. ‘काबुल एयरपोर्ट के ईस्ट, नॉर्थ गेट से अमेरिकी नागरिक जल्दी हट जाएं’. उन्होंने आगे कहा, अगले आदेश तक सुरक्षित स्थानों पर ही रहें अमेरिकी नागरिक एबेंसी. वहीं ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर जमा लाखो लोंगो को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा था.
वहीं इससे पहले, इटली के एक सैन्य विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ने के बाद उस पर फायरिंग की गई थी. हालांकि, इस घटना में विमान को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा था.
बता दें कि तालिबान का काबुल पर कब्जा जमाने के बाद अमेरिका, इटली समेत कई देश अपने और वहां के नागरिकों को निकालने में जुटे हुए हैं. इसके लिए सेना के विमान का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत भी अपने नागरिकों के अलावा हिंदू और सिख अफगान नागरिकों को भी निकालने में जुटा है. इस मिशन को ‘देवी शक्ति’ नाम दिया गया है.
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