इन्दौर। रिटायर्ड (retired) हुए अपने ही विभाग के एक अधिकारी से जीपीएफ (GPF) की राशि निकालने के एवज में रिश्वत लेने वाले पंचायत विभाग के लेखपाल और समन्वयक को लोकायुक्त पुलिस ने दस हजार और पांच सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) के अनुसार जनपद पंचायत महेश्वर के रिटायर्ड समन्वयक किशोरकुमार पाराशर ने कुछ दिन पहले शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि वे 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी जीपीएफ की राशि 4 लाख 80 हजार निकालने के लिए पंचायत के ही समन्वयक महेश पंवार और लेखपाल अशोक मेहता उनसे तीस हजार रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। इस पर लोकायुक्त ने जाल बिछाया और उनकी बातचीत की रिकार्डिंग की। वे पहली किश्त के रूम में दस हजार लेने को तैयार हो गए। कल लोकायुक्त की टीम ने महेश पंवार को दस हजार और अशोक मेहता को पांच सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया है। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार इस साल अब तक विभिन्न विभागों के 27 भ्रष्ट अफसरों को ट्रेप किया गया है।
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