इंदौर। दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (New Variants Omicron) का हल्ला मचा है, जिसके चलते इंदौर (Indore) में भी पर्याप्त सतर्कता बरती जा रही है। कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने अपने राजस्व अमले के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग (health Department) की भी बैठक ली। लगभग ढाई लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें दूसरा डोज लगाना है। उसके साथ ही ऑक्सीजन, इंजेक्शन, बेड की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। 43 ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) शुरू हो गए हैं।
वहीं विदेश से आने वाले यात्रियों की लगातार सैम्पलिंग की जा रही है और 150 से अधिक जिनोम सिक्वेंसिंग टेस्टिंग (Genome Sequencing Testing) के लिए भी सैम्पल दिल्ली भेजे गए हैं। 50 प्रतिशत से अधिक जिन स्कूलों (schools) में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है उन्हें सील करने के निर्देश भी कलेक्टर ने सभी एसडीएम (SDM) को दिए हैं। हालांकि पालक खुद बच्चों को कम ही स्कूल भेज रहे हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि नए वेरिएंट के इंदौर में आने की संभावना को देखते हुए जिले में कोरोना संक्रमित लोगों की जिनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन अधिक तेजी से फैलता है। इसलिए हमें अभी से ही इससे बचाव हेतु पुख्ता इंतजाम करना शुरू करना होगा।
जिले में कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज हेतु शेष रह गए लोगों को प्रेरित कर जल्द से जल्द वैक्सीन का डोज लगवाना सुनिश्चित करना होगा। कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी अस्पताल जहां 50 से अधिक बेड क्षमता हैं, उन अस्पतालों के संचालकों से अनुरोध किया जाएगा कि वे अपने अस्पतालों में कुछ प्रतिशत बेड कोरोना के इलाज हेतु अभी से रिजर्व करें, ताकि यदि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. बी.एस. सेत्या (CMHO Dr. B.S. setya) को निर्देश दिए कि एंबुलेंस संचालकों से भी बात कर एंबुलेंस प्रोक्योरमेंट की प्रक्रिया भी शुरू हो।
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