ईओडब्ल्यू की टीम जेल से लेगी रिमांड पर, अब तक 11 में से 5 आरोपी गिरफ्तार
इन्दौर। शहर (city) में ऑफिस (office) खोलकर पांच साल (five years) में पैसा (money) डबल (double) करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाली एक कंपनी के दो प्रमुख फरार आरोपियों को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पुलिस (police) ने गिरफ्तार किया है। अब ईओडब्ल्यू की टीम उनको जेल से रिमांड पर लेगी। मामले में 11 आरोपियों में से 5 पकड़े जा चुके थे, जबकि ये दो प्रमुख आरोपी फरार थे। जांच अधिकारी ईओडब्ल्यू टीआई पाटीदार ने बताया कि कुछ लोगों ने 2010 में इंदौर में बंसी ट्रेड सेंटर में पीएनबी रियल इस्टेट एंड इंफ्रा बिल्डर के नाम से ऑफिस खोला था। यहां विज्ञापन देकर लोगों को पांच साल में पैसा डबल करने का झांसा देकर ठगा गया।
इन लोगों को एफडी बनाकर दी गई, लेकिन जैसे ही समय नजदीक आया तो ऑफिस बंद कर फरार हो गए। मामले में ईओडब्ल्यू में शिकायत हुई थी। जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने 11 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। इनमें से पांच आरोपी मुकेश, हरीश बाबू, सुरेंद्रसिंह, मुकेश और महेश को ईओडब्ल्यू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि प्रमुख आरोपी वकीलसिंह बघेल और संजीवसिंह बघेल फरार चल रहे थे। इस गिरोह के सभी सदस्य भिंड और ग्वालियर के हैं। जांच के दौरान पता चला कि इन दोनों को छत्तीसगढ़ के बरला बाजार पुलिस ने वहां के केस में गिरफ्तार किया है और ये जेल में बंद हैं। अब इंदौर ईओडब्ल्यू की टीम दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर जेल से लेकर आएगी और अपने केस में गिरफ्तार करेगी।
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