इंदौर। नामी बेव सीरीज के नाम पर माडल युवती का विडियों बनाकर अश्लील बेवसाइड पर प्रसारित करने वाले प्लेटफार्म फिनियो मूवीज बनाने वाले दो आरोपियों को स्टेट सायबर सेल ने बंदी बनाया है। एक आरोपित राऊ के एलकेसीडी कालेज से बीटेक कर चुका है। इसने देश दुनिया में चल रहे ओटीटी प्लेटफार्म को देखकर खुद्र्र का ओटीटी प्लेटफार्म बनाने का आईडिया आया था। वह फ्रीलांसर वेबसाइट पर कई वर्षों तक बेवसाइड डिजाइनर व एप्पलीकेशन डिजाइनर का कार्य कर चुका हैं ।
फ्रीलांसर वेबसाइट के माध्यम से ही पाकिस्तान के युवक हुसैन अली से जुड़ा और उसके सहयोग से अपनी खुद की फिनीयो मूवीज एवं ओटीटी प्लेटफार्म की डिजाइन की थी। उसके बाद ये काला धंधा शुरू हो गया। दोनों आरोपितों दीपक सैनी और केशवसिंह से पूछताछ में कई रहस्य सामने आए हैं। आरोपी इस तरह के अन्य प्लेटफार्म बनाने में जुटे हुए थे जिनसे अश्लील फिल्मों का कारोबार अन्य देशों में फैला सकें।
एसपी स्टेट सायबर सेल जितेन्द्र सिंह ने बताया कि 25 जुलाई को युवती ने शिकायत की थी कि अल्ट बालाजी में बेव सीरीज बनाने के नाम पर एक एडल्ट वेब सीरिज बनाकर पोर्न साईट पर डाल दी गई। इस शिकायत के बाद स्टेट सायबर सेल ने छानबीन शुरू कर दी। प्रकरण की विवेचना में फिनीयो मूवीज के मालिक आरोपित दीपक सैनी पुत्र रामगोपाल सिंह सैनी ,स्थाई पता 289 न्यू विजय बिहार कॉलोनी काशीपुरा मुरार, ग्वालियर, हाल मुकाम सनवैली न्यू कलेक्टर आफिस के पास ग्वालियर एवं केशव सिंह पुत्र श्यामलाल, निवासी पालिकापुरा, मुरैना को पकड़ा।
पाकिस्तानी युवक के सहयोग से तैयार की डिजाइन
आरोपितों ने कडी पूछताछ में बताया कि 2019 में फ्रीलांसर वेबसाइट के माध्यम से वह पाकिस्तान के युवक हुसैन अली से जुड़ा और उसके सहयोग से ही डिजाइन कर खुद की फिनीयो मूवीज ओटीटी प्लेटफार्म बनाई। इसके एवज में हुसैन अली को 18 से 20 हजार रुपए दिए थें । फिनीयो का मैनटेनेंस हुसैन अली ही देखता है। हुसैन अली को 30 से 40 हजार रुपए महिना जो पाकिस्तानी करंसी के हिसाब से 60 से 80 हजार रुपए महिना दिया जाता हैं।
22 देशों में फैला नेटवर्क
ओटीटी प्लेटफार्म पर सबसे पहली फिल्म एलएसडी एक एडल्ट बेव सीरीज अपलोड की गई। जिससे लोगों का रिस्पांस अच्छा आया इसके बाद फिनीयो मूवीज पर एडल्ट बेव सीरिज कम पैसों में बनाकर व बनवाकर फिनीयो पर अपलोड किया जाता था जिससे देश विदेश से जुडे लोगों से एक मोटी रकम प्राप्त होती थी। 22 देशों में इसका नेटवर्क फैला है।
लाखों रुपए अदा किए
विजयानंद पाण्डेय, अशोंक सिंह से शांताबाई बेव सीरीज व अन्य बेव सीरीज को अपने ओटीटी प्लेटफार्म पर चलाने के लिए आरोपीगण लगभग 4 से 5 लाख रुपए भी अदा कर चुके हैं। आरोपितों द्वारा राजेश बजाज उर्फ राज गुर्जर ,अशोक सिंह, एवं विजयानंद पाण्डेय के तार ओटीटी प्लेटफार्म उल्लू एवं फ्लीज मूवीज के साथ जुडे हैं,जो एडल्ट मूवीज बनाने का काला धंधा करते हैं।
फिनीयो मूवीज जैसे प्लेटफार्म तैयार करने में जुटा था
अमेरीका, कनाडा, टर्की,कुवैत,इंण्डोनेशिया, मलेशिया लगभग 22 अन्य देशों में फिनीयो मूवीज प्लेटफार्म का नेटवर्क फैला हुआ है। आरोपी अश्लील फिल्मों के कारोबार को बढाने के लिए फिनीयो मूवीज जैसे कई प्लेटफार्म तैयार करने में जुटा हुआ था। वह अपने प्लेटफार्म के लिए माडल युवती और डायरेक्टर का खुद चयन कर अश्लील फिल्में बनवाता था।
ग्वालियर से करते थे अश्लील फिल्मों का कारोबार
आरोपीगण मूलरुप से ग्वालियर से अश्लील फिल्मों का कारोबार कर रहे थे। आरोपियों ने अशोकसिंह से लवइन लाकडाउन, माया, फ्रेंडशीप एवं शांताबाई नाम की फिल्में खरीदी थी ।
यह आरोप भी हैं शामिल
युवती व आरोपितों से पूछताछ के दौरान पता चला कि फिल्म को बनाने में डायरेक्टर ब्रजेन्द्र गुर्जर, राजेश बजाज उर्फ राज गुर्जर, अंकित चावडा, मिलिंद डाबर, सुनिल जैन, अनिल द्विवेदी, विजयानंद पाण्डेय, अजय गोयल, गजेन्द्र सिंह , युवराज, प्रमोद सिमरिया, योगेन्द्र जाट, भी शामिल है। आरोपित ब्रजेन्द्र गुर्जर, अंकित चावडा, मिलिंद डावर को स्टेट सायबर सेल पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य आरोपितों की तलाश भी की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों ने राजेश बजाज उर्फ राज गुर्जर,अशोक सिंह, एवं विजयानंद पाण्डेय के तार ओटीटी फ्लेटफार्म उल्लू एवं प्लीज मूवीज के साथ जुडे होना बताया है।
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