भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उपचुनाव को देखते हुए एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इनदिनों दोनों में ट्विटर में वार छिड़ा हुआ है। शनिवार को एक बार फिर दोनों ने ट्वीट कर एक-दूसरे पर वार किया। आईफा अवार्ड पर शुक्रवार को हुई बहस के बाद शनिवार को शिवराज ने फिर से कमलनाथ को घेरा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा-आप के झूठे वादों से डिफाल्टर बन चुके किसानों को राहत दूं? फसल खरीदूं? फसल बीमे से नुकसान का भुगतान करूं? छात्रों को प्रोत्साहन दूं? बेटियों का कन्यादान करूं? स्ट्रीटवेंडर्ज को ऋण दूं या फिल्मी सितारों का मजमा लगा कर तमाशा रचाऊं? कमलनाथ जी, हमें जनता का निर्णय शिरोधार्य होगा। इस पर कमलनाथ ने एक के बाद एक चार-पांच ट्वीट करके जवाब दिया। उन्होंने लिखा- शिवराज जी, जनता ने तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का निर्णय लिया था लेकिन आपको जनता का निर्णय कहां शिरोधार्य हुआ? सौदेबाजी से, लोकतंत्र की हत्या कर, जनादेश का अपमान कर हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गई। आपकी सरकार में प्रदेश की पहचान माफियाओं से, मिलावटखोरों से थी। हमें तमाशे और तमाचे की राजनीति नहीं आती है। एक अन्य ट्वीट में शिवराज ने कहा कि हमें ना तो ‘तमाशों’ की राजनीति आती है ना ही ‘तमाचों’ की। हमें तो सिर्फ जनता की सेवा की नीति आती है। हे ईश्वर! मुझे तुम इतनी शक्ति देना की हर तरह से मैं मध्यप्रदेश की सेवा कर पाऊं।
कमलनाथ ने गिनाई 15 महीने की उपलब्धियां
कमलनाथ ने कहा कि हमने अपनी 15 माह की सरकार में आपके द्वारा सौंपे गए खाली खजाने से किसानों की कर्ज माफी की, माफियाओं-मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया, प्रदेश में निवेश लाने का काम किया, युवाओं को रोजगार देने का काम किया, महिलाओं को सम्मान, सुरक्षा प्रदान की, प्रदेश में गौशाला का निर्माण शुरू कराया, पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया, कन्या विवाह की राशि बढ़ाई, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि भी बढ़ाई, जनता को सस्ती बिजली भी प्रदान की, अतिवृष्टि से खराब फसलों का तत्काल मुआवजा भी प्रदान किया।
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