नई दिल्ली. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (IT Ministry) की ओर से जारी इंटरमीडियरी गाइडलाइंस को के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने अपनी सफाई दी है ट्विटर ने कहा है कि वह भारत के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध रहा है और अपने प्लेटफार्म पर इस संबंध में सार्वजनिक चर्चा की सुविधा भी दे रहा है. ट्विटर ने कहा कि हमने भारत सरकार को आश्वासन दिया है कि ट्विटर नई गाइडलाइंस का पालन करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
गौरतलब है कि आईटी मंत्रालय के मुताबिक बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स अपनी मूल कंपनी या किसी अन्य सहायक कंपनी के जरिए भारत में सेवाएं देते हैं. इनमें से कुछ आईटी अधिनियम और नए नियमों के तहत महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मध्यस्थ (SSMI) की परिभाषा के अंतर्गत आते हैं.
“In order to comply with underlying intention behind guidelines, we’ve appointed Nodal Contact Person & Resident Grievance Officer on contractual basis as we recruit to fill position on permanent basis,” Twitter writes to Govt of India regarding compliance with IT rules: Sources
— ANI (@ANI) June 9, 2021
ऐसे में इन नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ऐप का नाम, वेबसाइट और सर्विसेस जैसी डिटेल्स के अलाव तीन प्रमुख कर्मियों के ब्योरे के साथ भारत में प्लेटफॉर्म का फिजिकल एड्रेस मुहैया कराएं. पत्र में कहा गया है कि अगर आपको एसएसएमआई नहीं माना जाता है तो हर सेवा पर रजिस्टर्ड यूजर्स की संख्या समेत इसके कारण की जानकारी दी जाए.
नियमों का पालन नहीं करने पर सोशल मीडिया कंपनियों को अपनी मध्यस्थ इकाई का दर्जा खोना पड़ सकता है. दूसरे शब्दों में अनुपालन के मामले में उन पर आपराधिक कार्रवाई की जा सकती है. नए नियमों के मुताबिक, अधिकारियों की ओर से अगर किसी सामग्री को लेकर आपत्ति जताई जाती है और उसे हटाने के लिए कहा जाता है तो उन्हें 36 घंटे के भीतर कदम उठाना होगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved