वॉशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क के सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को खरीदने के प्रस्ताव के बाद कंपनी सतर्क हो गई है। ऐसे में कंपनी ने मस्क की अधिग्रहण की कोशिशों को नाकाम करने के लिए एक खास पैंतरा (प्वॉइजन पिल) अपनाने का फैसला किया है। कंपनी के बोर्ड ने इस खास कारगर कारोबारी युक्ति का सहारा लेकर एलन मस्क के प्रयासों को पूरी तरह से नाकाम करने की योजना बना ली है।
जानकारी के अनुसार, कंपनी का बोर्ड इस तरह की युक्तियों या उपायों को तब अपनाता है, जब कोई शेयरधारक जबरदस्ती अधिग्रहित करने के प्रयास करता है। ट्विटर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कंपनी में मस्क की हिस्सेदारी प्रभावी रूप से कम की जाती है। वहीं यदि एलन मस्क या कोई अन्य निवेशक कंपनी में 15 प्रतिशत से अधिक शेयरों का अधिग्रहण करता है तो जबरन अधिग्रहण का प्रावधान शुरू हो जाएगा लेकिन मस्क के पास फिलहाल ट्विटर के करीब नौ फीसदी शेयर हैं।
एलन मस्क ने 41 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का दिया था ऑफर
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के फाउंडर अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने गुरुवार को एक बड़ा प्रस्ताव देकर खलबली मचा दी थी। दरअसल, हाल में ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद अब दुनिया के सबसे अमीर शख्स ने ट्विटर को खरीदने का ऑफर दे दिया था। इसके लिए उन्होंने 41.39 अरब डॉलर (3.2 लाख करोड़ रुपये) कीमत नकद चुकाने की बात कही।
सऊदी प्रिंस ने मस्क के ऑफर को किय रिजेक्ट
मस्क की पेशकश की सऊदी प्रिंस अलवलीद बिन तलाल ने तीखी आलोचना की। मस्क की इस पेशकश पर प्रिंस तलाल ने एक ट्वीट में कहा कि मुझे नहीं लगता है कि एलन मस्क की ओर से प्रस्तावित ट्विटर के एक शेयर की कीमत (54.20 डॉलर) कंपनी की विकास संभावनाओं को देखते हुए इसके आंतरिक मूल्य के आस-पास भी है। उन्होंने आगे कहा कि ट्विटर के सबसे बड़े और लंबे समय से शेयरधारकों में से एक होने के नाते मैं और किंगडम होल्डिंग कंपनी इस प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं।
कर्मियों से बोले सीईओ पराग-मस्क के प्रस्ताव से न डरें, ट्विटर ‘बंधक’ नहीं
अरबपति एलन मस्क के ट्विटर को खरीदने के प्रस्ताव से खौफजदा हुए कर्मचारियों को कंपनी सीईओ पराग अग्रवाल ने पहली बार सामने आकर आश्वस्त किया है। कर्मचारियों के साथ हुई एक बैठक में अग्रवाल ने कहा है कि ट्विटर सौ फीसदी हिस्सेदारी लेने की किसी पेशकश से ‘बंधक’ नहीं हो गई है। आप ध्यान लगाकर काम करते रहिए और ऐसी खबरों से घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
बृहस्पतिवार को स्लैक मैसेजिंग सर्विस पर हुए लंबे वार्तालाप में सीईओ ने कर्मचारियों की शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि कंपनी में जो कुछ घटित होता है, हम (कर्मचारी) उसे नियंत्रित करते हैं। बता देें कि यह बैठक ऐसे समय हुई है, जब टेस्ला के मालिक मस्क ने 43 अरब डॉलर (करीब 3.2 लाख करोड़ रुपये) में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया है। इससे पहले कंपनी ने उन्हें बोर्ड में सीट की पेशकश की थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था।मस्क के पास अब तक कंपनी की नौ फीसदी हिस्सेदारी है और वे इसे एक मुक्त अभिव्यक्ति मंच के साथ-साथ निजी कंपनी बनाना चाहते हैं। उनके ऑफर को लेकर अग्रवाल ने कर्मचारियों को बताया है कि बोर्ड इसकी समीक्षा कर रहा है। हालांकि फिलहाल वह इस बारे में ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकते।
सवाल-जवाब सत्र के दौरान एक कर्मचारी ने अग्रवाल से पूछ डाला कि ट्विटर ने मस्क को बोर्ड में सीट की पेशकश कैसे की। क्या हम किसी भी अरबपति को इस तरह आमंत्रित करने लगे हैं। इस पर अग्रवाल ने कहा, बोर्ड शेयरधारकों के हित को ध्यान में रखते हुए फैसले लेता है। सीईओ बोले, जो लोग हमारी सेवाओं के आलोचक होते हैं, हमें उनकी आवाज को तवज्जो देनी चाहिए। ताकि हम सीख कर बेहतर बन सकें।
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