वॉशिंगटन। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) का पर्सनल अकाउंट को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया है। ट्विटर की तरफ से ये एक्शन अमेरिकी संसद परिसर में हुई हिंसा (US Capitol violence) के बाद लिया गया। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि उन्हें इस बात की आशंका है कि ट्रंप हिंसा को और भड़का सकते हैं। इससे पहले ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को 12 घंटे के लिए बंद किया गया था। उस वक्त उन्हें ये चेतावनी दी गई थी कि उनके ट्विटर अकाउंट को हमेशा के लिए बंद किया जा सकता है।
ट्विटर ने भी बुधवार को ट्रंप का अकाउंट 12 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया था और एक वीडियो समेत उनके तीन ट्वीट हटा दिए थे। अब कपंनी ने उनके अकाउंट को हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया। इसके बाद उनकी टीम ट्रंप के ट्विटर हैंडल से इस कदम की आलोचना की गई और कहा गया कि हमें चुप नहीं करा सकते। ट्विटर पर अभिव्यक्ति की आजादी नहीं। इसके बाद ट्विटर ने उसका अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया।
#UPDATE | Twitter suspends account of Team Trump. https://t.co/TBStRenwRe pic.twitter.com/gG9VLX8Udv
— ANI (@ANI) January 9, 2021
ट्विटर की दलील है कि ट्रंप बार-बार उनके नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ट्विटर के इस एक्शन के बाद ट्रंप के कैंपेन एडवाइंजर जैसन मिलर ने ट्वीट करते हुए नाराजगी जताई है।
फेसबुक का भी एक्शन : इससे पहले फेसबुक ने बुधवार को दो नीतिगत उल्लंघनों के कारण ट्रंप का अकाउंट 24 घंटे के लिए ब्लॉक किया था। फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण करने तक देश के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फेसबुक और इंस्टाग्राम इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। ये शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को आयोजित होने वाला है।
क्या हुआ था अमेरिकी संसद भवन में : बुधवार को ट्रंप के हजारों समर्थक यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) में घुस गए थे। इन सबने संसद के संयुक्त सत्र को रोकने की कोशिश की थी। संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उस समय संसद के संयुक्त सत्र में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी। ट्रंप समर्थकों की पुलिस के साथ झडप भी हुई। इस घटना में चार लोगों की मौत भी हो गई। जो लोग कैपिटल बिल्डिंग में घुसे थे ट्रंप ने उन्हें ट्विटर पर देशभक्त कहा था।
ट्रम्प ने की ये बड़ी घोषणा
ट्रंप ने कहा कि ट्विटर भले ही निजी कंपनी हो लेकिन बिना सरकार के धारा 230 के उपहार के वे लंबे समय तक नहीं टिक पाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप के अलावा ट्विटर ने उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन और ट्रंप समर्थक अटॉर्नी सिडनी पॉवेल के अकाउंट पर भी प्रतिबंध लगा दिया। कैपिटल बिल्डिंग पर बुधवार को हमले के बाद सोशल मीडिया कंपनियों पर घृणा अपराधों पर कार्रवाई करने का बेहद दबाव बना हुआ है और इसमें क्यूएनॉन अकाउंटों के सफाए की बात भी है।
ट्विटर ने कहा है कि उन अकाउंटों को स्थायी तौर पर निलंबित करेंगे जो सिर्फ और सिर्फ क्यूएनॉन सामग्रियों को साझा करने के लिए हैं। क्यूएनॉन एक ऐसी सोच और विश्वास का नाम है, जिसका जन्म इंटरनेट पर हुआ है और इसमें विश्वास करने वाले लोग यह मानते हैं कि ट्रंप गुप्त तरीके से देश के दुश्मनों और शैतान की पूजा करने वाले उन लोगों से लड़ रहे हैं जो बच्चों के यौन उत्पीड़न का रैकेट चलाते हैं।
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