न्यूयॉर्क। सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर पर यूजर्स और संघीय नियामकों को धोखा देने का आरोप लगा है। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को दी गई शिकायत में कहा गया है कि ट्विटर ने लोगों के निजी डेटा की सुरक्षा को लेकर गलत जानकारी दी।
गौरतलब है कि ट्विटर के पूर्व सुरक्षा प्रमुख पीटर जाटको ने व्हिसलब्लोअर के तौर पर गवाही देते हुए दावा किया है कि ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद ऑटोमेटेड बॉट्स की गिनती भी कम आंकी है। माना जा रहा है कि जाटको के इस दावे से एलन मस्क को काफी फायदा पहुंच सकता है, क्योंकि मस्क ने ट्विटर पर बॉट्स को लेकर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है।
सीएनएन ने जाटको के खुलासे के हवाले से ट्विटर पर लापरवाही, जनाबूझकर अज्ञानता का आरोप लगाया है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए खतरा होने का आरोप लगाया। जाटको को इस साल की शुरुआत में खराब प्रदर्शन के लिए नौकरी से निकाल दिया गया था।
जाटको ने अप्रचलित सर्वरों, कंप्यूटर हमलों के लिए असुरक्षित सॉफ्टवेयर और हैकिंग प्रयासों की संख्या को छिपाने की मांग करने वाले अधिकारियों (अमेरिकी अधिकारियों और कंपनी का निदेशक मंडल) को चेतावनी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर से कार्यकारी बने जाटको, जिन्हें मुजे निकनेम से भी भी जाना जाता है, ने दावा किया कि ट्विटर स्पैम और बॉट्स से लड़ने के बजाय अपने यूजर्स बेस को बढ़ाने को प्राथमिकता देता है।
एक प्रमुख अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने मई में कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। इसके बाद अग्रवाल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि जितना संभव हो सके ट्विटर स्पैम का पता लगाने और हटाने के लिए दृढ़ता से प्रोत्साहित करता है।
कंपनी के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि जाटको को इस साल जनवरी में अप्रभावी नेतृत्व और कमजोर प्रदर्शन के चलते नौकरी से हटा दिया गया था। प्रवक्ता ने बयान में कहा, हमने अब तक जो देखा है वह यह है कि ट्विटर और हमारी प्राइवेसी और डाटा सुरक्षा के बारे में एक झूठा नैरेटिव है जो विसंगतियों और अशुद्धियों से भरा हुआ है। इस नैरेटिव में महत्वपूर्ण संदर्भों का अभाव है।
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