उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को हटाने की कई बार बात होती है लेकिन काम रूक जाता है। पूर्व में ही 550 से अधिक अतिक्रमणों की सूची बनाकर रखी गई थी जिन पर रेस्टोरेंट, मकान, मैरिज गार्डन एवं लाज खुली हुई है। बताया जा रहा है कि शीघ्र ही कार्रवाई शुरु हो सकती है।
पिछले महीने सिंहस्थ क्षेत्र के अतिक्रमणों पर कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन ने प्लानिंग की थी। इसके अंतर्गत सिंहस्थ क्षेत्र में आने वाले पीपली नाका और आगर रोड क्षेत्र में आने वाले अतिक्रमणों पर संभवत: अगले सप्ताह से कार्रवाई शुरू हो सकती है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र के लिए आरक्षित जमीन पर हुए अतिक्रमणों और अवैध निर्माणों को लेकर तत्कालिन कलेक्टर मनीष सिंह से मिलकर अखाड़ा परिषद ने मेला क्षेत्र में हुए नए अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने की मांग की थी। इसके बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने मेला क्षेत्र में साल 2018 तक हुए अवैध निर्माणों और अतिक्रमणों का राजस्व विभाग की टीम से सर्वे कराया था। इसमें 550 से अधिक अवैध निर्माण और अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे।
यह सभी सिंहस्थ मेला क्षेत्र की जमीन पर 2 साल में हो गए थे। उन्होंने रजिस्ट्रार विभाग से भी साल 2016 से 2018 के बीच सिंहस्थ मेला क्षेत्र की जमीनों की रजिस्ट्रियों की डिटेल मांगी थी। रजिस्ट्रार विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी जिला प्रशासन को दे दी थी। इसके बाद उन्होंने मंगलनाथ क्षेत्र से इन अतिक्रमणों को हटाने की शुरुआत भी कर दी। परंतु उनके उज्जैन से तबादले के बाद यह कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई थी। इधर इसके बाद कोरोना काल शुरू हो गया था, किंतु पिछले महीने जिला प्रशासन ने फिर से सिंहस्थ क्षेत्र के चिह्नित अतिक्रमणों पर कार्रवाई के लिए योजना बनाई थी। इसके तहत पीपली नाका और आगर रोड के सिंहस्थ क्षेत्र में आने वाले दायरे में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का निर्णय लिया गया था। इस बारे में कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि संभवत: अगले सप्ताह से उक्त दो सिंहस्थ क्षेत्रों के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
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