नई दिल्ली। भाजपा की प्रयोगशाला में हो रहे नए-नए प्रयोग से नेताओं में उथल-पुथल मची हुई है। वर्ष के अंत में 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा मध्यप्रदेश को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रही है और उम्मीदवारों को मौका देने के लिए हारी हुई सीटों पर कई महीने पहले जहां उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया, वहीं विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्रियों से लेकर सांसदों तक को उम्मीदवार बनाने का प्रयोग किया।
अब भाजपा द्वारा गुजरात की तरह मध्यप्रदेश में कई मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के टिकट काटे जा सकते हैं। भाजपा अब तक 78 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। अभी 152 उम्मीदवारों का ऐलान किया जाना बाकी है, जिसके लिए अगले 3-4 दिन में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश में लगभग 40 फीसदी मौजूदा विधायकों और आधे मंत्रियों के टिकट काटे जाने पर विचार किया जा रहा है। गुजरात में भी इसी तर्ज पर उम्मीदवारों का चयन किया था, जिसमें भाजपा को चुनाव में धमाकेदार जीत मिली थी।
कमलनाथ की मानसिकता रावण वाली : तोमर
केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि वे जानते थे कि उन्हें व कुछ मंत्री एवं सांसदों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जा सकता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के रावण, कुंभकर्ण, मेघनाथ वाले बयान पर तोमर ने कहा कि वे ऐसा कह सकते हैं, क्योंकि उनकी मानसिकता रावण वाली है। उन्होंने कहा कि हम अपनी पार्टी के आदेश पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें कांग्रेस को क्या आपत्ति है।
डैमेज कंट्रोल के लिए टीम बनाएगी भाजपा
सांसदों और केन्द्रीय मंत्रियों को टिकट दिए जाने के कारण जहां कार्यकर्ताओं में असंतोष उपजा है, वहीं विधायक और मंत्रियों के टिकट कटने पर भी बवाल मचना स्वाभाविक है। इसी डैमेज कंट्रोल के लिए भाजपा द्वारा वरिष्ठ नेताओं की एक टीम बनाई जा रही है, जो नेताओं और कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करेगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved