नई दिल्ली । डोनाल्ड ट्रंप(donald trump) के दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति(us President) बनने के बाद अमेरिका(America) और यूरोप के बीच संबंधों (relations between europe)में तनाव की नई लहर देखने को मिल रही है। हाल की खबरों के मुताबिक, यूरोपीय संघ (ईयू) के वरिष्ठ अधिकारी और नेता अब अमेरिका की यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा के लिए बर्नर फोन और साधारण लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कदम ट्रंप प्रशासन द्वारा संभावित जासूसी की आशंका को देखते हुए उठाया गया है।
ट्रंप प्रशासन और यूरोप के बीच बढ़ता अविश्वास
अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच काफी पुराना दोस्ताना संबंध रहा है। लेकिन ट्रंप के जनवरी 2025 में दोबारा सत्ता में आने के बाद से अमेरिका और यूरोप के बीच कई मुद्दों पर तनातनी बढ़ी है। ट्रंप की नीतियां, खासकर नाटो सहयोगियों की आलोचना, व्यापारिक टैरिफ, और रूस के प्रति उनका कथित नरम रुख, यूरोपीय नेताओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इसके अलावा, हाल ही में सिग्नल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की बातचीत लीक होने की घटना ने भी अविश्वास को और गहरा किया है।
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय आयोग ने अपने अधिकारियों को सलाह दी है कि वे अमेरिका जाते समय अपने नियमित फोन और डिवाइस की जगह डिस्पोजेबल फोन और बेसिक लैपटॉप का उपयोग करें। यह सावधानी पहले केवल चीन और यूक्रेन जैसे देशों की यात्रा के लिए अपनाई जाती थी, लेकिन अब अमेरिका को भी इस सूची में शामिल किया गया है। एक यूरोपीय अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमें डर है कि अमेरिकी प्रशासन हमारी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकता है।”
बर्नर फोन: सुरक्षा का नया हथियार
बर्नर फोन सस्ते और अस्थायी होते हैं। उनका इस्तेमाल आमतौर पर गोपनीयता बनाए रखने के लिए किया जाता है। ये फोन आसानी से बदले या नष्ट किए जा सकते हैं, जिससे डेटा चोरी का खतरा कम हो जाता है। यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि वे संवेदनशील बैठकों और बातचीत के लिए इन फोनों का उपयोग करेंगे ताकि उनकी जानकारी सुरक्षित रहे।
रिपोर्ट में चार सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अगले सप्ताह वाशिंगटन डीसी में होने वाली अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वसंत बैठकों में भाग लेने वाले आयुक्तों और वरिष्ठ अधिकारियों को बर्नर फोन रखने की नई सलाह दी गई है। एक अधिकारी ने कहा, “वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अमेरिका यूरोपीय कमीशन के सिस्टम में घुसपैठ कर सकता है।”
‘अमेरिकी सीमा पर अपने डिवाइस बंद कर दें’
यूरोपीय आयोग ने पुष्टि की है कि उसने हाल ही में अपनी साइबर सुरक्षा नीतियों को अपडेट किया है, लेकिन विशिष्ट उपायों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे अमेरिकी सीमा पर अपने डिवाइस बंद कर दें और उन्हें विशेष एंटी-स्पाइंग स्लीव्स में रखें, ताकि अनअटेंडेड छोड़े जाने पर भी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सीमा अधिकारियों को यात्रियों के फोन और कंप्यूटर जब्त करने और उनकी सामग्री की जांच करने का कानूनी अधिकार है। हाल के महीनों में, यूरोपीय पर्यटकों और रिसर्चर्स को उनके डिवाइस पर ट्रंप प्रशासन की नीतियों की आलोचना करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट या दस्तावेजों के कारण प्रवेश से वंचित किया गया है। उदाहरण के लिए, मार्च में फ्रांस सरकार ने कहा था कि एक फ्रांसीसी रिसर्चर को अमेरिकी रिसर्च नीति पर व्यक्तिगत राय व्यक्त करने के कारण देश में प्रवेश से रोक दिया गया था।
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