वाशिंगटन: दुनिया में आज के समय में ज्यादातर लोगों के पास इंटरनेट कनेक्शन है. हम अपने आसपास मौजूद नेटवर्क में से बेहतरीन का चुनाव कर उसी का कनेक्शन लेते हैं. भारत में जियोफाइबर से लेकर एयरटेल और अन्य तरह के ब्रॉडबैंड कनेक्शन (Broadband Connection) के ऑप्शन आपको मिल जाएंगे. ऐसा कई बार होता है कि हमारा इंटरनेट काफी स्लो काम करने लगता है. तब हम महंगे वाईफाई के बाद भी इतने स्लो स्पीड पर चिढ़ जाते हैं. कई बार फ्रस्ट्रेशन में हम कनेक्शन चेंज करवा लेते हैं. लेकिन अमेरिका में रहने वाले जिस शख्स की हम बात कर रहे हैं, उसने इन सबसे अलग ही सॉल्यूशन ढूंढ निकाला.
अमेरिका के ग्रामीण इलाके में रहने वाला ये शख्स स्लो डाउनलोड से परेशान हो गया था. इस वजह से उसने दूसरे नेटवर्क का कनेक्शन लेने की जगह अपना खुद का ही नेटवर्क बना लिया. उसने अपने घर के पीछे के बगान में ही ब्रॉडबैंड का ISP बना डाला. इसकी स्पीड इतनी तेज है कि वो बाकी के नेटवर्क को फेल कर रहा है. जैसे ही शख्स के इस कारनामे की भनक सरकार को लगी, उसने शख्स को करोड़ों देकर कनेक्शन मांग लिया. जल्द ही अब शख्स का प्राइवेट नेटवर्क दूसरे घरों में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा.
महंगे बिल से आया आइडिया
शख्स की पहचान जार्ड मॅच के रूप में हुई. इस शख्स को अपना नेटवर्क बनाने का आइडिया तब आया, जब उसके पहले के कनेक्शन का बिल उसे चांटे के तौर पर मुंह पर पड़ा. अचानक ही एक दिन उसके स्लो लेकिन काफी महंगे वाईफाई का बिल उसके घर आया. अपने ब्रॉडबैंड का बिल करीब 38 लाख रुपए का देख जार्ड को गुस्सा आया. एक तो उसका कनेक्शन स्लो था, ऊपर से इतना ज्यादा बिल देखकर उसका गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. तभी उसने अपना खुद का नेटवर्क बनाने का फैसला किया.
पांच साल में हुआ तैयार
इतना एक्सपेंसिव कनेक्शन देख जार्ड में खुद का ही नेटवर्क बनाना शुरू किया. उसमें जार्ड को पांच साल का समय लगा. अपने घर के पीछे गार्डन में जार्ड ने ISP (Internet Service Provider) बना डाला. इसकी स्पीड इतनी तेज है कि उसे देखकर जार्ड के पड़ोसियों ने भी उससे कनेक्शन मांगना शुरू कर दिया. पहले जार्ड ने करीब सत्तर पड़ोसियों को कनेक्शन दिया. लेकिन अब जार्ड को सरकार ने करोड़ों देकर इस कनेक्शन को करीब छह सौ घरों तक भेजने की रिक्वेस्ट की है. जार्ड का नेटवर्क ना सिर्फ तेज है बल्कि काफी सस्ता भी है. अपनी इस यूनिकनेस की वजह से जार्ड की काफी चर्चा हो रही है.
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