नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in five states of the country) हो रहे हैं। विधानसभा चुनाव में सबसे आगे निकलने के लिए राजनीतिक पार्टियां सोशल मीडिया की लोकप्रियता (Political parties popularity of social media) का भी पूरा इस्तेमाल कर रही हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन देकर भी राजनीतिक पार्टियां अपना प्रचार कर रही हैं। अभी तक इस काम में भाजपा को सबसे आगे माना जाता था लेकिन आंकड़ों के मुताबिक इस बार फेसबुक पर विज्ञापन देने के मामले में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Mamta Banerjee’s party Trinamool Congress) सबसे आगे निकल गई है।
देश में अभी चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में हर राजनीतिक दल ज्यादा से ज्यादा प्रचार करने में जुटा है, जिससे कि अपने पक्ष में माहौल बनाया जा सके। इन चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश मे लोगों की नजर सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल पर टिकी है। जहां ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार अपनी सरकार बनाने की कोशिश कर रही हैं, तो दूसरी ओर भाजपा राज्य में जीरो से हीरो बनने का सफर पूरा कर पहली बार अपनी सरकार बनाने की कोशिश में है।
सरकार बनाने के पहले राजनीतिक विज्ञापन देने की भी इन दलों में होड़ लगी है, ताकि लोगों को अपने कार्यक्रमों, वादों और आश्वासनों से प्रभावित किया जा सके। इस काम में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी अभी तक सबसे आगे है। फेसबुक के ऐड रेवेन्यू सर्कुलर के मुताबिक राजनीतिक विज्ञापन देने के मामले मे टीएमसी ने भाजपा को पछाड़ दिया है। इन आंकड़ों से पता चला है कि बंगाल में तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस ने 90 दिन के दौरान 22 मार्च तक फेसबुक पर विज्ञापन पर खर्च करने के मामले में अन्य सभी दलों से कई गुना ज्यादा खर्च किया है।
आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में इस अवधि के दौरान राजनीतिक दलों में तृणमूल कांग्रेस ने सर्वाधिक राशि 1.69 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। तृणमूल कांग्रेस के डिजिटल विज्ञापनों की जिम्मेदारी इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमेटी (आई-पैक) संभाल रही है, जो सोशल मीडिया मंचों पर पार्टी के अन्य प्रचार अभियान को भी संचालित कर रही है। पश्चिम बंगाल के चुनावों के लिए भाजपा ने फेसबुक पर विज्ञापन देने में 25.31 लाख रुपये खर्च किए हैं। इसी तरह कांग्रेस ने फेसबुक पर विज्ञापन देने में करीब पांच लाख रुपये खर्च किए हैं जबकि वाम दलों की ओर कुछ हजार रुपये खर्च किए जाने की बात कही गई है। इसके अलावा निजी तौर पर भी फेसबुक पर कई विज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन उनका सीधा संबंध किसी राजनीतिक दल से नहीं बताया गया है।
इन आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि राजनीतिक दलों ने फेसबुक पर प्रचार करने में सबसे ज्यादा पैसे पश्चिम बंगाल के चुनाव को लेकर खर्च किए हैं। बंगाल चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने 22 मार्च तक फेसबुक पर कुल 3.74 करोड़ रुपये से अधिक राशि चुनाव प्रचार पर खर्च की है। फेसबुक पर खर्च करने के मामले में पश्चिम बंगाल के बाद तमिलनाडु का नंबर आता है, जिसने 3.3 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। इस अवधि के दौरान असम से 61.77 लाख रुपये, केरल से 38.86 लाख रुपये और पुडेचेरी से 3.34 लाख रुपये खर्च किए गए। (एजेंसी, हि.स.)
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