नई दिल्ली (New Delhi)। पंजाब और हरियाणा (Punjab and Haryana)में डेरा का आशीर्वाद और समर्थन राजनीतिक दलों (support political parties)के लिए बहुत मायने रखता है। आम चुनाव (General election)के छठे चरण में शनिवार को हरियाणा और आखिरी चरण में एक जून को पंजाब का मतदान (Punjab voting)होना है। प्रभावशाली डेरा गुरुओं का संदेश किस राजनीतिक दल की उम्मीदों को उड़ान देगा, अभी कहना मुश्किल है। लेकिन आखिरी दो चरणों में राजनीतिक दलों द्वारा डेरा का समर्थन हासिल करने की पूरी कोशिश की गई है।
पंजाब और हरियाणा में जबरदस्त प्रभाव रखने वाले डेरा समर्थक सियासी तस्वीर को प्रभावित करने में कितना सक्षम होंगे, यह वक्त बताएगा। लेकिन इनके राजनीतिक असर को नकारा नहीं जा सकता। हरियाणा का डेरा सच्चा सौदा सिरसा, अमृतसर का राधा स्वामी सत्संग ब्यास, डेरा नूरमहल, डेरा निरंकारी जालंधर, डेरा सचखंड बल्लां (जालंधर) और डेरा नामधारी लुधियाना और डेरा निरंकारी का अच्छा खासा प्रभाव है। इसके साथ ही कई सिख संप्रदायों के डेरे भी अपना अच्छा प्रभाव बनाए रखते हैं। निर्मल एवं उदासी संतों से संबंधित शिविर भी इनमें शामिल हैं।
समर्थन पाने की जुगत में राजनीतिक दल
कांग्रेस को कई मौकों पर पंजाब में डेरा का समर्थन मिला। वर्ष 2002 में कांग्रेस की जीत के पीछे डेरा की भूमिका को काफी अहम माना गया था। हालांकि वर्ष 2007 में डेरा के समर्थन के बाद भी कांग्रेस चुनाव हार गई थी। इसके बाद डेरा की भूमिका लगातार चर्चा में रही। लेकिन अब मिला-जुला संकेत देखने को मिल रहा है। चुनाव के दौरान कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी और अकाली दल अलग-अलग तरीके से समर्थन पाने की जुगत में दिख रहे हैं।
कई राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्री डेरा में जाते रहे
पिछले कुछ चुनावों से हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा का समर्थन भाजपा के पक्ष में देखा गया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर डेरे में जाते रहे हैं। हरियाणा में सबसे प्रसिद्ध डेरा, सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा है, जो अपने प्रमुख राम रहीम के कारण कुछ वर्षों से सुर्खियों में है। डेरा प्रमुख राम रहीम जेल में हैं, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में भी डेरा की सक्रियता बनी हुई है। इसा बार डेरा की तरफ से भाजपा के समर्थन का ऐलान किया गया है।
कई दिग्गज राजनेता डेरो-मठों का दौरा कर चुके
हरियाणा में अन्य प्रभावशाली डेरों की सूची में रोहतक में गौकर्ण धाम, पुरी धाम, सांपला में डेरा कालीदास महाराजा, सतजिंदा कल्याण डेरा, सती भाई साईं दास और कलानौर शहर में डेरा बाबा ईश्वर शाह शामिल हैं। राजस्थान के तिजारा से भाजपा विधायक महंत बाबा बालक नाथ के नेतृत्व वाले बाबा मस्त नाथ मठ का रोहतक, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ में काफी प्रभाव है। हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा सहित कई दिग्गज राजनेता डेरो-मठों का दौरा कर चुके हैं।
2014 के बाद राजनीतिक ताकत का केंद्र बनकर उभरा
पंजाब में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने ज़मीन पर प्रचार के साथ ही राधा स्वामी डेरा ब्यास का रुख किया है। उम्मीदवार डेरा ब्यास के प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात कर आशीर्वाद ले चुके हैं। रोहतक से दिल्ली रोड पर करीब 25 किलोमीटर आगे बढ़ने पर सांपला में स्थित काली दास महाराज का डेरा भी साल 2014 के बाद राजनीतिक ताकत का केंद्र बनकर उभरा है। हरियाणा की दस में से आठ सीटों पर डेरा का असर माना जातता है। पंजाब में करीब 32 फीसदी दलित आबादी विभिन्न डेरा से जुड़ी हुई है।
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