साढ़े 12 लाख लोगों के लिए लगेंगे 4 आयुष्मान मेले
इन्दौर। 12 लाख 60 हजार जरूरतमंदों के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड (AAyushman Card) बनाकर इंदौर जिले ने पहली रैंक तो बना ली, लेकिन इन आयुष्मानधारियों को अस्पतालों की जानकारी ही नहीं है। हालांकि, 52 निजी और 13 सरकारी अस्पतालों इलाज की व्यवस्था की गई है, इसके बावजूद मरीज भटक रहे हैं।
हड्डी रोग, हॉर्ट, किडनी, शिशु रोग, ईएनटी, न्यूरो सर्जरी, डायलिसिस, स्त्री रोग, आंखों सहित अन्य बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों में पैसे लिए जाने जैसी शिकायतें सीएम हेल्पलाइन व कलेक्टर तक भी पहुंच रही हैं। इंदौर शहर को 11 लाख 75 हजार आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य को पीछे छोड़ते हुए 12 लाख 60 हजार जरूरतमंदों को इस सुविधा का लाभ दिलाने में सफलता मिली है। शासन के निर्देश के अनुसार अब भी जरूरतमंदों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। अब अस्पतालों की जानकारी भी प्रशासन देगा।
कैसे लगेंगे मेले..? अस्पतालों की जानकारी ही नहीं
सीएम हेल्पलाइन से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक अस्पतालों द्वारा गलत इलाज करने के साथ-साथ इलाज नहीं करने और अस्पतालों में भर्ती नहीं किए जाने की शिकायत भी की जाती है। आम जनता को किस अस्पताल में इलाज मिलेगा, इसकी जानकारी ही नहीं है। अब आयुष्मान भव: अभियान के माध्यम से इन्हें अस्पतालों की जानकारी दी जाएगी। 1 सितंबर को सांवेर, 5 को देपालपुर और बेटमा, 19 को मानपुर और 28 सितंबर को हातोद में मेला लगेगा। कलेक्टर ने प्रत्येक अस्पताल में हेल्पडेस्क बनाने, डाक्टरों की ड्यूटी तय करने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक आयुष्मान मेले में अस्पतालों की जानकारी फ्लैक्स के माध्यम से चस्पा की जाएगी।
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