वाशिंगटन । दुनिया में अमेरिका कोरोना वायरस सबसे ज्यादा प्रभावित वाले देशों में से एक है। कोरोना प्रकोप के चलते अमेरिका में भी प्लाज्मा से इलाज लिए आपातकालीन मंजरी की घोषणा कर दी। राष्ट्रपति ट्रंप ने बयान जारी कर कहा कि आज मैं चीनी वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक ऐतिहासिक घोषणा कर रहा हूं, जो बहुत जिंदगी को बचाएगा। एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) ने कोरोना के लिए एक आपातकालीन उपचार को मंजूरी दी है जिसे प्लाज्मा कहते हैं।
माना जाता है प्लाज्मा में शक्तिशाली एंटीबॉडी होते हैं, जिससे वो कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं। भारत में पहले से इसे मंजूरी दे दी गई थी, जिसके सफल परिणाम भी मिले हैं। अमेरिका के एफडीए विभाग ने बयान में कहा कि प्लाज्मा कोविड 19 के इलाज में काफी प्रभावी हो सकता है। इसके उपयोग से संभावित जोखिमों को कम किया जा सकता है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
न्यूयॉर्क के एक फेफड़े विशेषज्ञ होरोविट्ज ने कहा कि प्लाज्मा कोरोना वायरस से लड़ने में काम करता है कि नहीं, अभी साबित नहीं हुआ है। अभी इसके और परिक्षण करने की जरूरत है। लेकिन इस तरह से इसे कोरोना के इलाज के रूप में नहीं लाया जा सकता है।
गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस से लगभग 1.76,000 मौतें हो चुकी है। जिस पर आगामी अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने आरोप लगाया कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने में नाकाम रहे हैं। अमेरिका में अब तक 5,874,123 केस सामने आए हैं, जिनमें अभी तक 3,167,028 लोग ठीक हुए हैं। साथ ही 430 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और फिलहाल 2,526,491 एक्टिव केस हैं।
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