इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर रेलवे स्टेशन पर जल्द ही यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी। यहां प्लेटफार्म नंबर 1 को छह से जोडऩे के लिए शास्त्री ब्रिज की ऊंचाई और चौड़ाई बढ़ाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। इसके साथ ही इन दोनों प्लेटफाम्र्स की लंबी दूरी को तय करने के लिए यात्रियों की सुविधा को देखते हुए यहां ट्रेवलेटर्स लगाए जाएंगे, जिन्हें वॉकिंग एस्केलेटर भी कहा जाता है। इस पर खड़े होकर यात्री बिना पैदल चले आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच सकेंगे।
प्लेटफार्म 1 से 6 तक बिना पैदल चले जा सकेंगे
मुख्य रेलवे स्टेशन को पार्क रोड स्टेशन से जोडऩे के लिए शुरुआत से मांग की जा रही है, लेकिन इसमें सबसे बड़ी अड़चन शास्त्री ब्रिज की कम ऊंचाई है। इसके कारण दोनों स्टेशनों और प्लेटफॉम्र्स को जोडऩा संभव नहीं है। इसे देखते हुए 15 सितंबर को सांसद शंकर लालवानी के साथ रेलवे और नगर निगम के अधिकारियों ने दोनों स्टेशनों और शास्त्री ब्रिज का निरीक्षण किया था। इसके बाद इस बात पर सहमति बनी की मौजूदा शास्त्री ब्रिज को तोडक़र नया ब्रिज बनाया जाएगा। इसकी ऊंचाई और चौड़ाई भी ज्यादा की जाएगी। इससे आसानी से इसके नीचे से आगे तक प्लेटफार्म बनाया जा सकेगा, जिससे मुख्य स्टेशन और नेहरू पार्क रोड स्टेशन और प्लेटफार्म को जोड़ा भी जा सकेगा।
डेढ़ किलोमीटर लंबा हो जाएगा प्लेटफार्म
अभी मुख्य रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म की शुरुआत ग्वालटोली क्षेत्र से शास्त्री ब्रिज तक है। यहां प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 है, वहीं ब्रिज के दूसरी ओर पार्क रोड प्लेटफार्म 5 और 6 शुरू होता है, जो राजकुमार मिल तक जाता है। अगर दोनों ओर बने प्लेटफार्म आपस में मिल जाते हैं तो इनकी लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर हो जाएगी। रेलवे स्टेशन के किसी भी हिस्से से प्रवेश करने के बाद यात्री किसी भी प्लेटफार्म पर आसानी से आ-जा सकेंगे।
लंबी दूरी होने के कारण यात्रियों के लिए ट्रेवलेटर्स लगेंगे
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि मुख्य स्टेशन और पार्क रोड स्टेशन को आपस में जोड़ दिए जाने पर प्लेटफार्म की लंबाई काफी बढ़ जाएगी। इसलिए किसी भी स्थान पर जाने के लिए स्टेशन पर ट्रेवलेटर्स लगाए जाएंगे, जिन्हें होरिजेंटल एस्केलेटर या वॉकिंग एस्केलेटर भी कहा जाता है। आमतौर पर इन्हें देश दुनिया के बड़े अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट या बड़े मेट्रो स्टेशन पर ही देखा जाता है, लेकिन संभवत: देश में पहली बार इंदौर में रेल यात्रियों की सुविधा के लिए इन्हें हम रेलवे स्टेशन पर लगाएंगे।
450 करोड़ से बनाए जा रहे नए स्टेशन की योजना में सुविधाएं शामिल
इंदौर में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं वाला रेलवे स्टेशन बनाए जाने की योजना है। हाल ही में तय हुआ है कि इसे 450 करोड़ में रेलवे खुद बनाएगा। सांसद ने बताया कि नए स्टेशन की योजनाओं में इन सभी सुविधाओं को भी साथ रखा गया है, ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द सभी सुविधाएं मिल सके। संपूर्ण विकास के लिए जल्द ही रेलवे, निगम, प्रशासन, मेट्रो सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ इसे लेकर हाईलेवल कमेटी की बैठक भी होगी।
फोरलेन होगा शास्त्री ब्रिज
सांसद ने कहा कि शास्त्री ब्रिज के ऊपर से मेट्रो को लेकर जाने की योजना है। यहां रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन भी है। भविष्य में यहां केबल कार चलाने की भी योजना है। इस तरह यह क्षेत्र ट्रेवल हब की तरह विकसित किया जाना है। हम इन सभी भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखते हुए अभी से विकास कार्य शुरू करेंगे। इसके लिए शास्त्री ब्रिज की ऊंचाई बढ़ाने के साथ ही इसे फोरलेन किए जाने की भी योजना है। ट्रैफिक की दृष्टि से इसके नीचे को बोगदे भी बड़े किए जाएंगे।
जानकारी के अभाव में अक्सर परेशान होते हैं यात्री
सांसद ने बताया कि इंदौर रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले यात्री अक्सर जानकारी के अभाव में परेशान होते हैं। स्टेशन समझ कर कई बार मुख्य स्टेशन पर पहुंच जाते हैं और बाद में पता चलता है कि उनकी ट्रेन पार्क रोड से जाएगी। ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। दोनों स्टेशन और प्लेटफार्म जुड़ जाने से यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इतनी लंबी दूरी तय करने के लिए ट्रेवलेटर्स बुजुर्ग और महिला यात्रियों के लिए काफी सुविधाजनक होंगे।
450 करोड़ से बनाए जा रहे नए स्टेशन की योजना में सुविधाएं शामिल
इंदौर में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं वाला रेलवे स्टेशन बनाए जाने की योजना है। हाल ही में तय हुआ है कि इसे 450 करोड़ में रेलवे खुद बनाएगा। सांसद ने बताया कि नए स्टेशन की योजनाओं में इन सभी सुविधाओं को भी साथ रखा गया है, ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द सभी सुविधाएं मिल सके। संपूर्ण विकास के लिए जल्द ही रेलवे, निगम, प्रशासन, मेट्रो सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ इसे लेकर हाईलेवल कमेटी की बैठक भी होगी।
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